Adan Bribery Case: उद्योगपति गौतम अडाणी (Gautam Adani), उनके भतीजे सागर अडाणी समेत अडाणी समूह के 8 लोगों के खिलाफ अमेरिका (न्यूयॉर्क) में रिश्वत ऑफर करने और धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ है। अमेरिकी प्रोसिक्यूटर्स का आरोप है कि 62 वर्षीय गौतम अडाणी ने सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट्स हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को 250 मिलियन डॉलर (करीब 2,100 करोड़ रुपए) रिश्वत ऑफर की। अडाणी ग्रीन ने इन आरोपों की पुष्टि की है। न्यूज एजेंसी रायटर्स का दावा है कि अमेरिका में गौतम और सागर अडाणी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हो चुका है।
अडाणी ग्रुप ने आरोपों को किया खारिज
अडाणी समूह ने गुरुवार को बयान जारी किया- 'यूएस डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस और यूएस एसईसी द्वारा अडाणी ग्रीन के डायरेक्टर्स पर लगाए गए आरोप पूरी तरह से निराधार और अस्वीकार्य हैं। जैसा कि खुद अमेरिकी न्याय विभाग ने कहा है कि आरोप केवल एक कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा हैं और तब तक दोषी नहीं ठहराया जा सकता जब तक कि उन्हें अदालत में सिद्ध न कर दिया जाए। हम अपने हितों की रक्षा के लिए सभी कानूनी विकल्पों का सहारा लेंगे।
Adani Group Spokesperson says, "The allegations made by the US Department of Justice and the US Securities and Exchange Commission against directors of Adani Green are baseless and denied. As stated by the US Department of Justice itself, "the charges in the indictment are… pic.twitter.com/rSuxuHTFUo
— ANI (@ANI) November 21, 2024
ये भी पढ़ें... गौतम अडाणी पर रिश्वत-धोखाधड़ी का केस: कांग्रेस ने PM मोदी पर कसा तंज; जेपीसी जांच की मांग दोहराई
अडाणी ग्रुप ने 600 मिलियन डॉलर बॉन्ड की बिक्री रोकी
अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि यूएस जस्टिस डिपार्टमेंट और यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (Securities and Exchange Commission) ने हमारे बोर्ड के सदस्यों गौतम अडाणी और सागर अडाणी के खिलाफ न्यूयॉर्क डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में आपराधिक केस और एक सिविल कंप्लेन दर्ज की है। इन घटनाओं को देखते हुए हमारी सहायक कंपनियों ने फिलहाल डॉलर वैल्यू वाले बॉन्ड जारी करने की योजना को टालने का फैसला लिया। बुधवार को ही अडाणी ने 20 ईयर ग्रीन बॉन्ड की बिक्री के जरिए 600 मिलियन यूएस डॉलर (5000 करोड़ रु.) जुटाने का ऐलान किया था। इसके कुछ घंटे बाद ही उनके खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप लगाए गए।
अडाणी ग्रुप के सभी 10 कंपनियों के शेयर धरासायी
गौतम अडाणी के खिलाफ कार्रवाई के बाद गुरुवार (21 नवंबर) को बाजार खुलते ही अडाणी समूह की कंपनियों के शेयर बुरी तरह लुढ़के। सुबह 11 बजे तक अडाणी पोर्ट्स और अडाणी एंटरप्राइजेस समेत अन्य स्टॉक में 20% तक नीचे कारोबार करते नजर आए। अडाणी के निवेशकों को 2.60 लाख करोड़ रुपए का फटका लगा है। फ्लैगशिप कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज के शेयर सबसे ज्यादा 20% की गिरावट के साथ 2238 रुपए पर आ गया। अडाणी पोर्ट्स के शेयरों में 15 से 20 तक की गिरावट आई है, शेयर 1000 से नीचे आया। जबकि अडाणी ग्रीन एनर्जी 17% लुढ़कर 1172.5 पर आ गया। अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस 20% गिरकर 697.25 रुपए के लोअर सर्किट पर आया।
अमेरिका में क्यों मामला दर्ज हुआ?
दरअसल, अडाणी के सोलर एनर्जी प्रोजेट में अमेरिकी निवेशकों का पैसा लगा है। अमेरिका के कानून के मुताबिक किसी भी अमेरिकी नागरिक के पैसे का इस्तेमाल रिश्वत की लेन-देन के लिए नहीं किया जा सकता। यह अमेरिकी कानूनी के मुताबिक, एक गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। अडाणी पर आरोप है कि उन्होंने विदेशी निवेशकों, बैंकों और अमेरिका के नागरिकों से झूठ बोलकर रिश्वत की रकम जुटाई। यही वजह है कि गौतम अडाणी और अडाणी समूह से जुड़े उच्च पदस्थ लोग अमेरिका के जस्टिस डिपार्टमेंट के जांच के दायरे में आ गए।
जानें, अडाणी घूसकांड में कौन-कौन आरोपी?
न्यूयॉर्क कोर्ट में दर्ज मामले में गौतम अडाणी समेत 8 लोग आरोपी बनाए गए हैं, इनमें रूपेश अग्रवाल, विनीत एस जैन, सौरभ अग्रवाल, दीपक मल्होत्रा, रंजीत गुप्त और साइरिल कैबेनिस शामिल है। इनमें से सागर और विनीत एस जैन अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड में अहम पोस्ट होल्ड करते हैं। इंटरनेशनल मीडिया रिपोर्ट्स में दावा है कि गौतम अडाणी और उनके भतीजे के खिलाफ अरेस्ट वारंट भी जारी कर दिया गया है।