Air India-Vistara Merger: दिल्ली से मुंबई के बीच 9 साल पहले पहली उड़ान भरने वाली विस्तारा एयरलाइन सोमवार (11 नवंबर, 2024) को आखिरी सफर पर है। एयर इंडिया के साथ विलय से पहले विस्तारा की अंतिम उड़ानें संचालित हो रही हैं। विलय के बाद विस्तारा की सभी उड़ानें एयर इंडिया के फ्लाइट कोड से चलेंगी, जो ‘2’ से शुरू होंगी। इस मर्जर के तहत टाटा समूह एविएशन बिजनेस को इंटीग्रेट कर रहा है। टाटा समूह और सिंगापुर एयरलाइंस की साझेदारी में शुरू हुई विस्तारा अब इंटीग्रेटेड एयर इंडिया का हिस्सा बनेगी, जिसमें सिंगापुर एयरलाइंस की 25.1% हिस्सेदारी होगी। इस मर्जर के बाद एयर इंडिया भारत की इकलौती फुल-सर्विस एयरलाइन होगी।
विस्तारा के यात्रियों के लिए बदलाव
विस्तारा के ग्राहकों के लिए इस बदलाव का मतलब है कि अब उन्हें एयर इंडिया के नाम के तहत यात्रा करनी होगी। इसके बावजूद कंपनी का कहना है कि ‘विस्तारा एक्सपीरियंस’ एयर इंडिया के जरिए कायम रखा जाएगा। 1.15 लाख से ज्यादा यात्री, जिनके पास विस्तारा की टिकट हैं, अब एयर इंडिया के नाम से यात्रा करेंगे।
यात्रियों की सुविधा के लिए खास इंतजाम
विस्तारा ने यात्रियों के लिए एयरपोर्ट्स पर हेल्प डेस्क स्थापित किए हैं, जहां उन्हें फ्लाइट से जुड़ी जानकारी, चेक-इन प्रक्रिया और अन्य सेवाओं के बारे में सहायता मिलेगी। इंटरनेशनल एयरपोर्ट्स पर नए साइनेज लगाए गए हैं, जो यात्रियों को एयर इंडिया के चेक-इन सेक्शन तक पहुंचने में मदद करेंगे। इसके साथ ही विस्तारा का कस्टमर केयर अब एयर इंडिया के प्रतिनिधियों से कॉल को जोड़ देगा ताकि यात्रियों को किसी भी जानकारी में सहूलियत हो।
विस्तारा के फ्लाइट्स के कोड भी बदलेंगे
मर्जर के बाद विस्तारा के फ्लाइट कोड में बदलाव किया जाएगा। उदाहरण के लिए विस्तारा की पूर्व UK 955 उड़ान अब AI 2955 कोड नेम से संचालित होगी। विस्तारा के लॉयल्टी प्रोग्राम के सदस्य अब एयर इंडिया के लॉयल्टी प्रोग्राम में शामिल होंगे, जिससे उन्हें एयर इंडिया के ह्यूज नेटवर्क और बेनिफिट्स का फायदा मिलेगा।
कैसी रही है विस्तारा की अब तक की यात्रा?
9 जनवरी 2015 को भारत सरकार की नई नीतियों के तहत विस्तारा का गठन हुआ, जिसमें विदेशी एयरलाइंस को घरेलू एयरलाइंस में 49% हिस्सेदारी रखने की अनुमति दी गई थी। इस तरह टाटा ग्रुप को इसमें 51% और सिंगापुर एयरलाइंस को 49% हिस्सेदारी मिली। विस्तारा ने अपनी हाईलेवल सर्विस क्वालिटी के साथ घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के बीच नाम कमाया। पिछले कुछ सालों में इंडियन एविएशन इंडस्ट्री में कई बड़े बदलाव हुए। किंगफिशर और एयर सहारा जैसी एयरलाइंस बंद हो गईं, जबकि जेट एयरवेज 2019 में वित्तीय संकट के चलते ग्राउंडेड हो गई।