WPI Inflation Hike: नए साल की शुरुआत के बाद देश में महंगाई सांतवे आसमान पर पहुंच रही है। खुदरा यानी रिटेल महंगाई दर के बाद अब थोक महंगाई दर में भी बेतहाशा वृद्धि दर्ज की गई है। दिसंबर में खाने-पीने की वस्तुओं के दाम बढ़ने से आम जनता को महंगाई के मोर्चे पर तगड़ा झटका लगा। ताजा आंकड़ों के मुताबिक, थोक महंगाई दर 9 महीने और खुदरा महंगाई दर 4 महीने के उच्च स्तर पर पहुंच चुकी है।
नवंबर से पहले 7 माह तक निगेटिव थी WPI
केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय की ओर से सोमवार को थोक महंगाई दर (WPI) के ताजा आंकड़े जारी किए गए। इसके मुताबिक, दिसंबर में थोक महंगाई दर 0.73% दर्ज की गई, जबकि पिछले महीने यानी नवंबर में यह दर 0.26% पर थी। इस प्रकार से एक महीने में ही थोक महंगाई दर में करीब 0.50 बेसिस प्वाइंट्स का इजाफा हुआ है। थोक महंगाई दर लगातार सात महीने तक निगेटिव रहने के बाद नवंबर में पहली बार पॉजिटिव (0.26%) आई थी।
दिसंबर में खाने-पीने की चीजों की महंगाई बढ़ी
आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर में खाने-पीने की चीजों की महंगाई (Food Inflation) 5.39% दर्ज की गई, जो कि नवंबर में 4.69% रही थी। इसी तरह से प्राइमरी आर्टिकल्स की थोक महंगाई 4.76% से बढ़कर दिसंबर में 5.78% पर आ गई।
खुदरा महंगाई दर भी 4 महीने के शिखर पर
12 जनवरी को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, खुदरा मुद्रास्फीति (महंगाई दर) दिसंबर में बढ़कर 4 महीने के उच्च स्तर 5.69% पर पहुंच गई, जो कि नवंबर में 5.55% पर थी। दिसंबर महीने में खाने-पीने की चीजें 9.53% महंगी हुई, जबकि सब्जियों की महंगाई बढ़कर 27.64% पर पहुंच गई। जो नवंबर में 17.7 फीसदी पर थी।