IAS Sonal Goel UPSC Marksheet: सिविल सेवा परीक्षा पास कर अफसर बनना हर युवा का लक्ष्य होता है। लेकिन सफलता की राह में मिलने वाली असफलता कई बार लोगों को हौसला तोड़ देती है। ऐसे लोगों के लिए आईएएस अधिकारी सोनल गोयल एक प्रेरणा हैं। उन्होंने लोगों को अपनी क्षमताओं पर विश्वास करने और उन्हें प्रेरित करने के लिए अपनी यूपीएससी मार्कशीट शेयर की है। गोयल ने 2008 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास की थी। उन्होंने 2007 में अपने पहले अटेम्ट को याद किया है, जब वह जनरल नॉलेज के पेपर में कम अंकों के कारण इंटरव्यू के लिए नहीं बुलाया गया था।
आईएएस सोनल गोयल ने बुधवार को एक्स पर लिखा कि जब उन्हें इंटरव्यू के लिए नहीं बुलाया गया तो बुरा लगा। लेकिन इस झटके ने मुझे अपने लक्ष्य को हासिल करने में कोई कसर नहीं छोड़ने के दृढ़ संकल्प को बढ़ावा दिया।
Nostalgic moment as I came across my #UPSC Civil Services 2007 #Mains marksheet, reminding me of the trials and triumphs that led to final selection in #May2008 Results 🙏🏻
— Sonal Goel IAS 🇮🇳 (@sonalgoelias) February 21, 2024
I just want to share with the aspirants that in my first attempt, I fell short of getting an Interview call… pic.twitter.com/9VY8k6sFqQ
एलएलबी की पढ़ाई और नौकरी के साथ की तैयारी
आईएएस गोयल ने आगे लिखा कि असफलता के बाद मैंने खुद को पूरी तरह से सामान्य अध्ययन पर ध्यान दिया। इसके लिए नोट्स बनाएं, बार-बार दोहरोया, प्रश्नों के जवाब बार-बार लिखे। इस तरह मेन्स परीक्षा के अन्य पहलुओं में सुधार करने के लिए मैंने खुद को समर्पित कर दिया। मैंने दिल्ली विश्वविद्यालय से एलएलबी करने और सीएस- कंपनी सचिव के रूप में अंशकालिक नौकरी करने के साथ-साथ पाठ्यक्रम के हर पहलू में अपनी पूरी ताकत झोंक दी।
उन्होंने कहा कि अपने दूसरे प्रयास में मैंने न केवल परीक्षा पास की, बल्कि अपने वैकल्पिक विषयों- वाणिज्य और लोक प्रशासन की तुलना में सामान्य अध्ययन में ज्यादा नंबर भी हासिल किए।
अपनी क्षमताओं पर विश्वास रखें
आईएएस गोयल ने कहा कि असफलता एक अनुस्मारक है कि समर्पण और निरंतर प्रयास के साथ यदि कोई काम किया जाए तो हर लक्ष्य आसान है। अभ्यर्थियों को असफलताओं से सीखने के लिए प्रोत्साहित करते हुए उन्होंने कहा कि हर एक विफलता से सीखने का मौका मिलता है।
आईएएस अधिकारी ने लिखा कि अपनी क्षमताओं पर विश्वास रखें, जुनून के साथ अपने लक्ष्यों का पीछा करें और अपने सपनों को कभी न भूलें। दृढ़ता के माध्यम से ही महानता हासिल की जाती है।