MP Board 12th Result 2024 Out: मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल ने शाम 4 बजे कक्षा 12वीं बोर्ड के नतीजे घोषित कर दिए हैं। बोर्ड की प्रमुख सचिव रश्मि अरुण शमी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके शाम 4 बजे नतीजे जारी किए। कक्षा 12वीं का रिजल्ट माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड की वेबसाइट और MPBSE MOBILE APP पर देख सकते हैं। इस साल 12वीं की बोर्ड परीक्षा 6 फरवरी से शुरू होकर 5 मार्च तक चली थीं। प्रदेश में बोर्ड परीक्षाओं के लिए कुल 7,501 परीक्षा केंद्रों पर 8 लाख 57 हजार स्टूडेंट्स ने परीक्षा दी थी।
अंशिका मिश्रा और मुस्कान दांगी ने किए 12वीं टॉप
एमपी बोर्ड 12वीं में अंशिका मिश्रा ने मैथ्स-साइंस स्ट्रीम में 500 में से 493 और मुस्कान दांगी ने कॉमर्स में 493 नंबर हासिल कर ओवरऑल टॉप किया है। वहीं, शाजापुर के जयंत यादव ने आर्ट स्ट्रीम में 500 में से 487 अंक हासिल किए हैं। जयंत यादव ने कला में टॉप किया है। उन्हें 500 में से 487 अंक प्राप्त किए। हायर सेकेंडरी में 64.4 प्रतिशत नियमित और 22.46 प्रतिशत प्राइवेट स्टूडेंट पास हुए हैं।
टॉप सूची में कला (मानविकी संकाय) 24 परीक्षार्थी, विज्ञान (गणित) संकाय 45 परीक्षार्थी, विज्ञान (जीवविज्ञान) संकाय 29 परीक्षार्थी, वाणिज्य संकाय 23 परीक्षार्थी, कृषि संकाय 8 परीक्षार्थी, ललितकला + गृहविज्ञान 3 परीक्षार्थी द्वारा प्रदेश स्तर की अस्थाई प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त किया है।
- विज्ञान गणित समूहः अंशिका मिश्रा, रीवा: 493 अंक
- वाणिज्य समूहः मुस्कान दांगी, सिरोंज, विदिशा: 493 अंक
- कला समूहः जयंत यादव, कालापीपल शाजापुरः 487 अंक
- कृषि समूहः विनय पांडे, पन्नाः 480 अंक
- गृहविज्ञान समूहः नंदनी मलगम, समनापुर डिण्डौरी: 464 अंक
- जीव विज्ञान समूहः सना अंजुम खान, छपारा सिवनी: 487 अंक
33% मार्क्स स्कोर करना जरूरी
एमपी बोर्ड एग्जाम में पास होने के लिए हर सब्जेक्ट में स्टूडेंट्स को कम से कम 33% मार्क्स स्कोर करना जरूरी है। अगर किसी सब्जेक्ट में पासिंग मार्क्स से कम मार्क्स आएं हों, तो स्टूडेंट को उस सब्जेक्ट में फेल माना जाता है। फेल हुए स्टूडेंट्स को सप्लीमेंट्री एग्जाम देने का मौका मिलेगा। अगर कोई स्टूडेंट सप्लीमेंट्री एग्जाम में भी पास नहीं हो पाता, तो उसे अगले साल बोर्ड एग्जाम देना होगा।
इन तीन वेबसाइट्स पर देखें सकेंगे रिजल्ट
2023 में 55.26% था रेगुलर स्टूडेंट का रिजल्ट
साल 2023 में 12वीं में रेगुलर स्टूडेंट्स का रिजल्ट 55.26 प्रतिशत था। जबकि प्राइवेट स्टूडेंट रिजल्ट प्रतिशत 16.15 रहा था। 2024 में 12वीं में 18 लाख 22 हजार स्टूडेंट्स शामिल हुए हैं।
बीते 2 सालों से प्राइवेट स्कूलों का सरकारी से बेहतर परफॉर्म
पिछले 5 सालों की बात की जाए तो सरकारी स्कूलों का रिजल्ट 3 बार बेहतर रहा है, लेकिन साल 2023 और 2022 में प्राइवेट स्कूल्स का रिजल्ट बेहतर रहा है। इसमें 2019 में जहां सरकारी स्कूलों का रिजल्ट 74.38 प्रतिशत था तो प्राइवेट स्कूलों का प्रतिशत 67.55 रहा। इसी तरह साल 2023 में 2022 सरकारी स्कूल का रिजल्ट क्रमश: 54.52 और 70.92 प्रतिशत रहा। प्राइवेट स्कूल का इस साल क्रमश: 55.28 और 76.30 प्रतिशत रहा।
लड़कों से बेहतर लड़कियों ने किया परफॉर्म
पिछले 5 सालों के रिजल्ट में लड़कियों का परफॉर्मेंस लड़कों से बेहतर रहा है। हर साल लड़कियों का रिजल्ट प्रतिशत लड़कों से बेहतर रहा है। पिछले 2019 में जहां छात्राओं का प्रतिशत 73 से अधिक रहा तो वहीं छात्रों का प्रतिशत 68 से अधिक रहा। इसी साल साल 2023 में छात्राओं का परफॉर्मेंस 58 से अधिक रहा तो वहीं छात्रों का प्रतिशत कुल 52 प्रतिशत रहा।
पेपर डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम में बदलाव
एमपी बोर्ड ने इस बार की परीक्षा में पेपर डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम में कई बदलाव किए थे। सेंटरों पर पेपर सुरक्षित पहुंचें, इसे लेकर माध्यमिक शिक्षा मंडल ने यह अहम बदलाव किए। इसमें एक तरफ जहां एप से पेपर केंद्र तक ले जाने के दौरान GPS से नजर रखी जा रही थी। दूसरी तरफ जिला प्रशासन की देखरेख में पेपर परीक्षा केंद्र तक पहुंचाए थे। अब तक परीक्षा केंद्राध्यक्ष ही थाने से पेपर सुबह लाते थे।