QS Asia University Rankings 2025 की लिस्ट में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) दिल्ली ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अपने प्रतिद्वंदी IIT बॉम्बे को पछाड़ दिया है। इस साल की रैंकिंग में IIT दिल्ली ने 44वां स्थान हासिल किया है, जबकि IIT बॉम्बे को 48वां स्थान मिला है। वहीं, टॉप-10 में चीन ने अपना दबदबा कायम किया है। पेकिंग यूनिवर्सिटी का दबदबा कायम है। उसने लगातार दूसरे साल शीर्ष स्थान हासिल किया है, उसके बाद द यूनिवर्सिटी ऑफ हांगकांग दूसरे स्थान पर और नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर तीसरे स्थान पर है। 

बता दें, भारत में आईआईटी दिल्ली की शैक्षणिक प्रतिष्ठा (Academic Reputation) और पीएचडी वाले स्टाफ के मामले में अच्छा प्रदर्शन किया है, जो कि इस बार की रैंकिंग में अहम भूमिका निभाई। वहीं, आईआईटी बॉम्बे ने नियोक्ता प्रतिष्ठा और शैक्षणिक प्रतिष्ठा में बढ़त बनाई है, लेकिन इस बार वह आईआईटी दिल्ली से पीछे रह गया है।

QS Asia Rankings 2025 : टॉप 100 में भारत के 6 विश्वविद्यालय

क्यूएस एशिया रैंकिंग 2025 में भारत के 6 प्रमुख विश्वविद्यालयों ने टॉप-100 में अपनी जगह बनाई है। इनमें से चार विश्वविद्यालय भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) हैं, जो एशिया के शीर्ष विश्वविद्यालयों में से माने जाते हैं। यह रैंकिंग विश्वविद्यालयों की अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठा, शोध कार्य, और शैक्षिक गुणवत्ता को देखते हुए तैयार की जाती है।

भारत के टॉप 6 विश्वविद्यालय इस प्रकार हैं:

  1. IIT दिल्ली - 44वां स्थान
  2. IIT बॉम्बे - 48वां स्थान
  3. IIT मद्रास - 56वां स्थान
  4. IIT खड़गपुर - 60वां स्थान
  5. भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) - 62वां स्थान
  6. IIT कानपुर - 67वां स्थान

इसके अलावा, अन्ना विश्वविद्यालय ने प्रति संकाय शोधपत्र के मामले में एशिया के शीर्ष पांच विश्वविद्यालयों में अपनी जगह बनाई है, और इस सूचकांक में दूसरे स्थान पर रही है।

दक्षिण एशिया में भारतीय विश्वविद्यालयों का दबदबा
अगर हम दक्षिण एशिया की बात करें, जिसमें भारत और पाकिस्तान के विश्वविद्यालय शामिल हैं, तो IIT दिल्ली ने 308 विश्वविद्यालयों में शीर्ष स्थान हासिल किया है। इस श्रेणी में भारत के 7 विश्वविद्यालयों ने टॉप 10 में जगह बनाई है, जो भारतीय शिक्षा प्रणाली की गुणवत्ता को दर्शाता है।

जानें रैंकिंग कैसे होती है तैयार
QS Asia Rankings में विश्वविद्यालयों को कई मापदंडों के आधार पर रैंक किया जाता है, जिनमें प्रमुख मापदंड हैं:

अंतर्राष्ट्रीय संकाय (International Faculty)
पीएचडी वाले कर्मचारी (PhD Staff)
संकाय-छात्र अनुपात (Faculty-Student Ratio)
इनबाउंड और आउटबाउंड एक्सचेंज (Inbound & Outbound Exchange)
शैक्षणिक प्रतिष्ठा (Academic Reputation)
प्रति पेपर उद्धरण (Citations per Paper)
प्रति संकाय पेपर (Papers per Faculty)
अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधान नेटवर्क (International Research Network)
अंतर्राष्ट्रीय छात्र (International Students)
नियोक्ता प्रतिष्ठा (Employer Reputation)
इन सभी मापदंडों पर आधारित अंकों के आधार पर विश्वविद्यालयों की रैंकिंग तैयार की जाती है, जो उनकी वैश्विक और क्षेत्रीय स्तर पर पहचान और गुणवत्ता का निर्धारण करती है।