APAAR ID: आज की डिजिटल दुनिया में हर किसी की पहचान और सुरक्षा की अहमियत बढ़ गई है। खासकर बच्चों के लिए, जिनकी डिजिटल उपस्थिति अब पहले से कहीं ज्यादा बढ़ गई है। ऐसे केंद्र सरकार की तरफ से एक नई पहल की गई है, जिसे हम "अपार आईडी" कहते हैं। यह एक प्रकार की डिजिटल पहचान है, जिसे विशेष रूप से बच्चों के लिए बनाया जा रहा है। लेकिन सवाल उठता है कि इस आईडी की आवश्यकता क्यों पड़ी और इसके क्या फायदे हैं? आइए, जानें इसके बारे में विस्तार से।
सबसे पहले बात करते हैं इसके फूलफॉर्म की APAAR का फुल फार्म है
A-ऑटोमेटेड
P-पर्मानेंट
A- एकेडमिक
A- अकाउंट
R- रजिस्ट्री
APAAR ID: क्या है इसका उद्देश्य?
भारत सरकार ने हाल ही में छात्रों के लिए एक नया "अपार आईडी कार्ड" बनाने का प्रस्ताव रखा है। इस कार्ड को लागू करने का उद्देश्य छात्रों के लिए एक डिजिटल पहचान पत्र तैयार करना है, जो न सिर्फ उनकी एजुकेशनल जर्नी को ट्रैक करेगा, बल्कि भविष्य में उनके लिए कई अवसर भी खोलेगा। यह कार्ड हर छात्र के लिए एक 12 अंकों का यूनिक नंबर होगा, जो आधार कार्ड के जैसा काम करेगा। यह एक डिजिटल आईडी होगी, जिसे हर छात्र के एजुकेशनल और पर्सनल डिटेल्स को एक जगह स्टोर करने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
कौन बनवा सकता है APAAR ID?
अपार आईडी हर बच्चे के लिए बनवाया जा सकता है। यह प्रक्रिया उनके माता-पिता या अभिभावक के माध्यम से की जाती है। इसके लिए कुछ आवश्यक दस्तावेज जैसे बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र, माता-पिता का पहचान पत्र, और अन्य जरूरी जानकारी की आवश्यकता होती है। इस आईडी का उद्देश्य केवल बच्चों के लिए एक सुरक्षित डिजिटल पहचान प्रदान करना है, जिसे वे भविष्य में विभिन्न सेवाओं का लाभ उठाने के लिए उपयोग कर सकें।
क्या होगी इस कार्ड (APAAR ID) में जानकारी?
इस कार्ड में छात्रों का नाम, पता, जन्म तिथि, शैक्षिक जानकारी जैसे स्कूल, कॉलेज की डिग्रियां, स्कॉलरशिप, खेल-कूद की गतिविधियां, और अन्य अवार्ड्स जैसी जानकारी डिजिटली स्टोर होगी। जैसे आधार कार्ड में व्यक्तिगत जानकारी होती है, ठीक वैसे ही इस अपार आईडी कार्ड में छात्र की पूरी शैक्षिक यात्रा का लेखा-जोखा रहेगा।
इस कार्ड (APAAR ID) के फायदे
अपार आईडी कार्ड के जरिए छात्र को शिक्षा के क्षेत्र में कई फायदे मिल सकते हैं। इससे उन्हें बैंक से शिक्षा ऋण, स्कॉलरशिप लेने में मदद मिलेगी, और भविष्य में उन्हें नौकरियों के लिए भी यह कार्ड सहायक साबित होगा। इसके अतिरिक्त, जब छात्र 18 वर्ष के हो जाएंगे, तो उनका नाम स्वतः मतदाता सूची में शामिल किया जा सकेगा, जिससे वे वोट देने का अधिकार प्राप्त कर सकेंगे। इस कार्ड का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि किसी भी छात्र के सभी शैक्षिक डेटा और व्यक्तिगत जानकारी को एक डिजिटल प्लेटफॉर्म पर आसानी से देखा जा सकेगा। इससे छात्र को स्कूल बदलने पर भी कोई समस्या नहीं होगी क्योंकि उनका यूनिक नंबर एक ही रहेगा।
कैसे करें APAAR ID कार्ड के लिए आवेदन?
इस कार्ड के लिए आवेदन प्रक्रिया बेहद सरल होगी। छात्रों को सरकार द्वारा शुरू किए गए एक पोर्टल 'एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट' (ABC Portal) पर पंजीकरण करना होगा। इस पोर्टल पर पंजीकरण के बाद छात्र अपना अकाउंट बना सकते हैं और आवेदन प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं। आवेदन के लिए उन्हें अपना नाम, जन्म तिथि, मोबाइल नंबर, और अन्य जरूरी जानकारी देनी होगी। अगर आपको ऑनलाइन आवेदन में परेशानी हो रही है, तो आपअपने स्कूल या नजदीकी ईमित्र सेंटर से भी मदद ले सकते हैं।
प्रस्तुति: ओवियान सिंह शाही