Kamal Sadanah Opened up on His Tragic Incident: 90 के दशक के एक्टर कमल सदाना (Kamal Sadanah) मोस्ट चार्मिंग और गुड लुकिंग अभिनेताओं की लिस्ट में शुमार थे। उन्होंने काजोल के साथ फिल्म 'बेखुदी' से बॉलीवुड में कदम रखा था। पहली फिल्म से ही एक्टर को बेशुमार स्टारडम मिला। इसके अलावा वह दिवंगत एक्ट्रेस दिव्या भारती के साथ फिल्म 'रंग' में भी नजर आए और रातों-रात इस फिल्म से उन्हें खूब सफलता मिली।

 

कमल सदाना के साथ हुआ था हादसा
एक्टर ने 'बाली उमर को सलाम' और 'अंगारा' जैसी फिल्मों से भी खूब पॉपुलैरिटी हासिल की। कमल सदाना ने जिस तरह रातों-रात स्टारडम फेस किया है, उससे ज्यादा दुख उन्होंने अपनी निजी जिंदगी में झेला है। इंडस्ट्री में आने से पहले एक्टर की जिंदगी में एक ऐसा भयानक हादसा हुआ था जिसने उनके परिवार को तबाह कर के रख दिया था। इस खौफनाक वाकये से शायद ही लोग वाकिफ होंगे। कमल सदाना ने अपने साथ हुए इस हादसे का जिक्र हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान किया है और अपनी आपबीती सुनाई है। आईए आपको बताते हैं एक्टर की जुबानी।

 

पिता ने मां और बहन की कर दी थी हत्या 
कमल सदाना ने हाल ही में सिद्धार्थ कनन को दिए एक इंटरव्यू में अपने साथ हुए उस हादसे का जिक्र किया है जब उनके जन्मदिन के दिन उनका पूरा परिवार खत्म हो गया था। अभिनेता के 20वें जन्मदिन पर उनके पिता और प्रोड्यूसर ब्रिज सदाना ने एक्टर की मां सईदा खान और बहन नम्रता को मौत के घाट उतार दिया था। पिता ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी थी और फिर बाद में खुद भी गोली मारकर आतमहत्या कर ली थी। इतना ही नहीं इस हादसे में कमल को भी गले में गोली मारी गई थी लेकिन जैसे तैसे उनकी जान बच गई थी। 

'मेरी गर्दन पर लगी थी गोली'
कई सालों बाद उस बुरे दौर को याद एक्टर ने इंटरव्यू में कहा- अपनी आंखों के सामने अपने परिवार को मरता हुआ देखना दर्दनाक है। मुझे भी गोली मारी गई। एक गोली मेरी गर्दन के एक तरफ से छूकर दूसरी तरफ निकली गई। मैं बच गया। मेरे बचने की संभावना नहीं थी क्योंकि गोली लगकर निकली थी, लेकिन मुझे कुछ नहीं हुआ। मैं बच गया... और फिर मैंने जीने की वजह ढूंढी।

 

'मां और बहन को अस्पताल ले गया'
उन्होंने बताया कि कैसे खून से लथपथ अपनी मां, बहन और पिता को देखा। एक्टर ने कहा- जब मेरी मां और बहन का खून बह रहा था तो मुझे उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा और उस वक्त मुझे पता नहीं था कि मुझे भी गोली लगी है। तब डॉक्टर ने बोला कि, 'तुम्हारी शर्ट पर इतना खून क्यों है?' मैंने कहा, 'नहीं, यह मेरी मां या बहन का होगा। उन्होंने कहा, 'नहीं, तुम्हें भी गोली लगी है। यहां हमारे पास पर्याप्त जगह नहीं है, तुम्हें दूसरे अस्पताल जाना होगा। मैंने कहा कि आप बस मेरी मां और बहन को बचाएं। उस वक्त मैं बस ये जानना चाहता था कि अब मेरे पिता क्या करने वाले हैं। फिर मेरा एक दोस्त मुझे दूसरे अस्पताल ले गया और वहां मेरी सर्जरी हुई।

जन्मदिन के दिन परिवार का शव देखा
उन्होंने आगे बताया कि सर्जरी के वक्त उन्हें एनेस्थीसिया दिया गया था इसलिए बेहोश थे। एक्टर ने कहा- उस दिन मेरा जन्मदिन  था। जब मैं होश में आया और आंखें खुली तो मुझे घर ले जाया गया। मेरी आंखों के सामने मेरा पूरा परिवार शव के रूप में पड़ा हुआ था। उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि उनके पिता शराब के नशे में धुत थे और उन्होंने सबको गोली माकर खत्म कर दिया था और खुद को भी गोली मार ली थी। कमल सदाना ने आगे बताया कि परिवार की मौत के तुरंत बाद वो कई प्रोड्यूसर्स के घर-घर जाकर काम मांगते थे। जिसके बाद उन्हें आखिरकार फिल्म बेखुदी (1992) मिली। इस फिल्म में उनके साथ काजोल ने भी डेब्यू किया था।