Exclusive: एक ही छत के नीचे रहने वाले परिवार की तीन पीढ़ियों की दैनिक चुनौतियों, खुशियों और आपसी बंधन की कहानी को ‘वागले की दुनिया-नई पीढ़ी नए किस्से’ सीरियल में दिखाया जा रहा है। ये शो सोनी सब चैनल पर प्रसारित हो रहा है जिसे दर्शकों का काफी प्यार मिलता है। शो की कहानी परिवार पर केंद्रित है। आज 15 मई 204 को दुनियाभर में इंटरनेशनल फैमिली डे मनाया जा रहै है। इस मौके पर शो के कलाकारों ने अपनी रीयल लाइफ में परिवार की महत्ता के बारे में हरिभूमि से बातचीत में अपनी फीलिंग्स शेयर की है।

अंजन श्रीवास्तव ने कही दिल की बात
सीरियल ‘वागले की दुनिया’ में श्रीनिवास वागले की भूमिका निभाने वाले अंजन श्रीवास्तव कहते हैं, "हमारा शो फैमिली की इंपॉर्टेंस को ही बताता है। मेरा मानना है कि फैमिली भी देश की तरह होती है। हैप्पी फैमिली के लिए हमें सभी को साथ लेकर चलना चाहिए। संभव है, इसमें रुकावटें आएंगी, ऑब्जेक्शंस होंगे, लेकिन इस वजह से हम फैमिली से अलग नहीं हो सकते।

अपनी बात करूं, तो 54 सालों के मेरे प्रोफेशनल करियर में मेरी फैमिली, खासतौर से मेरी वाइफ का बहुत बड़ा योगदान रहा है। थिएटर हो, फिल्म हो या फिर टेलीविजन, जितना भी आज तक काम किया है, उसमें इनका बहुत बड़ा सपोर्ट रहा है। मेरा मानना है कि किसी भी फील्ड में ग्रो करने के लिए फैमिली सपोर्ट का बहुत बड़ा रोल होता है।"

भारती आर्चरेकर के लिए परिवार ही जरूरी
सीरियल में राधिका वागले की भूमिका निभा रहीं भारती आर्चरेकर ने फैमिली की महत्ता को स्वीकार करते कहा, "फैमिली को मैं बहुत इंपॉर्टेंट मानती हूं। हालांकि मैंने बहुत साल अकेले गुजारे हैं। दरअसल, जब मैं 34 साल की थी तभी अपने पति को खो दिया। अब मैं और मेरा बेटा, यही मेरी फैमिली है। लेकिन मेरा मानना है कि फैमिली होना, उसका सपोर्ट होना बहुत जरूरी है। बेटे के अलावा मेरी चार बहनें हैं और हम सभी एक-दूसरे के बहुत क्लोज हैं। मेरी बहनें आस-पास ही रहती हैं, कभी भी जरूरत पड़ने पर वे भागकर आती हैं। इससे मेरे मन में यह बात जरूर रहती है कि मेरी फैमिली है और जरूरत के वक्त मेरे फैमिली मेंबर्स मेरे साथ खड़े होंगे। इससे मुझे बहुत ताकत मिलती है।"

शो के राजेश के लिए फैमिली है आशीर्वाद से बढ़कर
शो में राजेश वागले की भूमिका निभाने वाले सुमित राघवन कहते हैं, "चाहे आनंद के क्षणों को साझा करना हो या एक साथ चुनौतियों से गुजरना हो, परिजनों का एक नेटवर्क होना वास्तव में आशीर्वाद की तरह है। आज की दौड़ती-भागती दुनिया में, खासकर बड़े शहरों में लोग तेजी से अलग-थलग हो रहे हैं। ऐसे में परिवार की महत्ता और भी बढ़ जाती है। मेरा मानना है कि हमारे सीरियल ‘वागले की दुनिया’ ने दर्शकों पर सकारात्मक प्रभाव डाला है, इससे उन्हें संयुक्त परिवार की अवधारणा को अपनाने और अपने प्रियजनों के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रेरणा मिली है।"

'रील से रीयल तक, हम परिवार बन चुके हैं'
सीरियल में वंदना वागले की भूमिका निभाने वालीं परिवा प्रणति कहती हैं, "वंदना वागले के रूप में मुझे ऐसे शो का हिस्सा बनने का सौभाग्य मिला है, जो पारिवारिक जीवन के सार को खूबसूरती से दर्शाता है। इस सीरियल में हम उन बंधनों का जश्न मनाते हैं, जो हमें एक-साथ बांधते हैं। हम तीन साल से अधिक समय से साथ में काम कर रहे हैं और ऑफ-स्क्रीन भी एक परिवार की तरह हो गए हैं। वास्तविक जीवन में भी अपने परिवार में प्रियजनों के साथ रहने से जो खुशी और संबल मिलता है, वो अमूल्य होता है। हमें हर हाल में परिवार के साथ जुड़े रहना चाहिए।"

'परिवार के साथ बिताएं समय...'
सीरियल में सखी वागले की भूमिका निभाने वाली चिन्मयी साल्वी कहती हैं, ‘अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस, पारिवारिक बंधनों की सुंदरता का जश्न मनाने का क्षण होता है। हमें अपने परिवार के साथ जो भी खूबसूरत पल बिताने का अवसर मिले, उसे गंवाना नहीं चाहिए। हमारा शो भी परिवारों के भीतर एकजुटता, सहानुभूति और समझ के महत्व को बताता है। अपने प्रियजनों के साथ बिताए हर पल को संजोने और हमें एक साथ बांधने वाले संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रेरित भी करता है।’