Ekta Kapoor: हाल ही में एकता कपूर ने भारतीय कंटेंट के स्तर पर कटाक्ष करने वाले लोगों पर सवाल खड़े किए। एकता ने अनुराग कश्यप पर तंज कसते हुए कहा कि फिल्म बनाना और कंटेंट क्रिएशन एक कला है। वहीं एकता ने सुपरबॉयज़ ऑफ़ मालेगांव और द बकिंघम मर्डर्स जैसी फिल्मों के बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप होने का जिम्मेदार दर्शकों को ठहराया।
शुक्रवार 21 मार्च को एकता ने इंस्टाग्राम पर एक स्टोरी शेयर की, जिसमें उन्होंने लिखा कि जब इंडियन क्रिएटर्स भारतीय कंटेंट के इंटरनेशनल कंटेंट के बराबर न होने पर रोते हैं और इंटरनेशनल कंटेंट की तारीफ करते हैं, तो मुझे बहुत खराब लगता है। मुझे आश्चर्य होता है कि क्या यह उनका ईगो है, गुस्सा है या फिर भारतीय सिनेमा को लेकर उनकी गलत धारणा है।

अनुराग कश्यप पर कसा तंज
एकता कपूर ने आगे कहा कि ये पैसे के भूखे कॉरपोरेट स्टूडियो और ऐप (मैं भी शामिल हूं) सिर्फ़ पैसे और नंबरों के बारे में सोचते हैं। मूवी मेकिंग, कंटेंट क्रिएशन कोई बिजनेस नहीं है बल्कि एक कला है और मैं कला का समर्थन करना चाहता हूँ। इसलिए मैं क्रिएटर्स से आग्रह करता हूँ कि वे अपना पैसा लगाएं।
फ्लॉप फिल्मों के लिए जिम्मेदार दर्शक
आगे उन्होंने कहा कि सुपरबॉयज़ ऑफ़ मालेगांव और द बकिंघम मर्डर्स जैसी फ़िल्मों के बॉक्स ऑफिस पर असफल होने का असली कारण इंडस्ट्री नहीं बल्कि दर्शक ही थे। क्या हम असली दोषियों यानी दर्शकों को दोषी ठहरा सकते हैं? चूंकि लोगों को ऐसे दोष देना ठीक नहीं है। जहां तक कंटेंट की बात है, भारत का एक बड़ा हिस्सा अपने विकास के चरण में है। आप इसे किशोरावस्था कह सकते हैं।