KBC Season 15: देशभर में लोकप्रिय शो कौन बनेगा करोड़पति 15 (Kaun Banega Crorepati 15) का हाल ही में जूनियर्स वीक एपिसोड प्रसारित किया गया। इसके एपिसोड 78 में ओडिशा के उमरकोट के रहने वाले 8वीं कक्षा के छात्र शाश्वत पटनायक हॉट सीट पर बैठे। इस एपिसोड में शाश्वत शो के होस्ट अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) से अपनी क्लास में लड़कों के लिए समर्थन मांग बैठे।
दरअसल, शो में कौन बनेगा करोड़पति की टीम द्वारा प्रतियोगी शाश्वत के ऊपर एक वीडियो बनाया गया था जिसपर अमिताभ बच्चन ने शाश्वत के रिपोर्ट कार्ड के बारे में बात की। इसके बारे में पूछते हुए अमिताभ ने कहा, "द बॉयज़-गर्ल्स समझौता यह क्या है?" इसपर प्रतियोगी शाश्वत ने कहा, "सर, यह मेरी कक्षा से संबंधित है। यह एक गंभीर समस्या है।" जवाब में शाश्वत ने भी अपना एक वीडियो दिखाया जिसमें वह कहते हैं- “हमारी कक्षा में दो टीमें हैं। एक टीम लड़कों की है और दूसरी टीम लड़कियों की है। दोनों टीमों के बीच लंबे समय से कॉम्पिटिशन है। लड़के और लड़कियां आपस में बहुत झगड़ते हैं। दरअसल लड़कियों की टीम अशांति फैलाती है। वे शांत नहीं रहतीं... इसलिए मैंने क्लास में शांति बनाए रखने के लिए गर्ल्स मॉनिटर के साथ एक समझौते पर साइन किया, जिसे द बॉयज़-गर्ल्स ट्रीटी कहा जाता है।"
शाश्वत ने आगे बताया कि इस समझौते में स्पष्ट लिखा था कि शांति बनाए रखने के लिए लड़कियां लड़कों पर पूरी तरह से निगरानी रख सकती हैं, वहीं लड़के भी लड़कियों पर निगरानी रखेंगे। दोनों टीमें एक-दूसरे के मामले में हस्तक्षेप नहीं करेगी लेकिन कुछ दिनों के बाद लड़कियों ने लड़कों के खिलाफ शिकायत कर दी। प्रतियोगी ने कहा, "यह हमारी पीठ में छुरा घोंपने जैसा था। हमारा समझौता निरस्त हो गया। मैं अमिताभ बच्चन से क्लास में शांति बनाए रखने के लिए हमारे समझौते पर हस्ताक्षर करने का अनुरोध करूंगा। आप एक सुपरस्टार हैं और पूरा भारत आपकी बात सुनता है। सर, मैं चाहता हूं कि आप हमारे ग्रुप लीडर बनें।"
इसपर अमिताभ ने कहा, "अगर आप चाहते हैं कि मैं लड़कियों के खिलाफ कुछ भी कहूं, तो मैं ऐसा नहीं करूंगा। मैं आपको हाथ जोड़कर बताता हूं। मैं लड़कियों के खिलाफ नहीं हूं, न ही मैं कभी रहूंगा। महिलाएं हमारा सपोर्ट सिस्टम हैं।"
8वीं कक्षा में पढ़ने वाले शाश्वत को कविता और कहानी लिखने में रुचि है। वह आठ वर्षों से अपनी कक्षा के मॉनिटर भी हैं। वह अपनी आगे की पढ़ाई पूरी करने के बाद भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाने की इच्छा रखते हैं।