Mallika Sherawat: मल्लिका शेरावत इन दिनों लाइमलाइट में हैं। वजह है उनकी हालिया रिलीज फिल्म 'विक्की विद्या का वो वाला वीडियो'। 11 अक्टूबर को सिनेमाघरों में रिलीज हुई राजकुमार राव और तृप्ति डिमरी स्टारर इस फिल्म में मल्लिका शेरावत भी अहम भूमिका में नजर आई हैं।

फिल्म 'मर्डर' से सुर्खियां बटोरने वालीं मल्लिका जितनी सफल हैं उतना ही कठिन उनका बचपन रहा। उन्होंने हाल ही में खुलासा किया है कि बचपन में उन्हें अपने परिवार में ही भेदभाव का सामना करना पड़ा था। उन्होंने बताया कि उनके जन्म से परिवार में कोई खुश नहीं था क्योंकि परिवार बेटा चाहता था।

 

मल्लिका ने अपने माता-पिता पर की बात 
हाउटरफ्लाई को दिए इंटरव्यू में मल्लिका शेरावत ने पितृसत्ता और अपने परिवार का सपोर्ट ना मिलने पर बात की। उन्होंने कहा- मेरे माता-पिता मेरे और मेरे भाई के बीच बहुत भेदभाव करते थे। मैं बड़े होने के दौरान यह सोचकर बहुत दुखी रहती थी कि मेरे माता-पिता मेरे साथ इतना भेदभाव क्यों करते हैं। बचपन में ये मुझे समझ नहीं आता था, लेकिन अब समझ आता है।

मल्लिका ने पैरेंट्स की सोच के बारे में कहा- वो लड़का है उसको विदेश भेजो, उसको पढ़ाओ, उसमें पैसा निवेश करो। परिवार की सारी संपत्ति लड़के को जाएगी, पोते को जाएगी। लड़कियों का क्या है? वे शादी करेंगी, वो तो एक बोझ हैं।

 

भेदभाव करते थे उनके पैरेंट्स
मल्लिका ने आगे कहा- मुझे ये सोचकर बहुत बुरा लगता था, लेकिन फिर मुझे एहसास हुआ कि सिर्फ मैं ही नहीं, बल्कि मेरे गांव की सभी लड़कियां इस तरह के भेदभाव और अन्याय से गुज़र रही थीं। मेरे माता-पिता ने मुझे सब कुछ दिया... अच्छी शिक्षा, अच्छी परवरिश, लेकिन उनकी खुली मानसिकता या अच्छे विचार नहीं थे। उन्होंने मुझे आज़ादी नहीं दी। उन्होंने मेरा पालन-पोषण नहीं किया, कभी मुझे समझने की कोशिश नहीं की।

मैं चुपके से स्पोर्ट्स खेलती रही क्योंकि मेरे परिवार ने मुझे इसकी परमिशन नहीं दी थी। वे बोलते थे 'तुम मर्दाना बन जाओगी। तुमसे शादी कौन करेगा?' मुझ पर बहुत सारी पाबंदियां थीं। जब मेरा जन्म हुआ तो मेरे परिवार में मातम छा गया था। मुझे यकीन है कि मेरी मां डिप्रेशन में चली गई थीं।