EXCLUSIVE: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एक अजीब मामला सामने आया है। MY 11 Circle ऐप पर सिक्योरिटी गार्ड ने 5 लाख रुपए और SUV कार जीती, तो उसकी ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा। लेकिन कुछ घंटों बाद ही गार्ड की खुशी गम में बदल गई। जी हां, गार्ड को जब पता चला कि उसने अपने मोबाइल से खेलकर जो रकम और कार जीती है, उसका दावेदार वो नहीं, कोई और है। ये कैसे हुआ? जिसके खाते में इनाम की राशि गई, वह कौन है? मामला पुलिस के पास भी पहुंच गया, लेकिन कोई शिकायत क्यों दर्ज नहीं हुई। आखिर ये मामला क्या है? यहां विस्तार से जानिए। सबसे

पहले समझते हैं कि इनाम के दो दावेदार क्यों?
चौकीदार राकेश भगत ने सबसे पहले मोबाइल में MY 11 Circle ऐप को डाउनलोड किया। ऐप को Verified करने के लिए राकेश के पास डिटेल्स नहीं थी। राकेश ने अपने साथी वेद प्रकाश रघुवंशी की मदद ली और ऐप पर वेद प्रकाश का पैन कार्ड, आधार कार्ड सहित कई महत्वपूर्ण डिटेल्स डाली और टीम बनाकर खेलना शुरू किया। राकेश को तनिक भी उम्मीद भी नहीं थी कि वो इतनी बड़ी रकम जीतेगा। लेकिन अचानक से जब 5 लाख और TATA SUV कार जीती को वेद प्रकाश ने दावा ठोक दिया। चूंकि ऐप पर वेद वेद प्रकाश की सारी डिटेल्स है इसलिए राशि उसकी के खाते में आ गई। अब इनाम की राशि को लेकर दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया। झगड़ा इतना बढ़ गया कि मामला थाने पहुंच गया। पुलिस को देखते ही दोनों कहने लगे कि हम खुद मामले को सुलझा लेंगे। दोनों की बात सुनकर पुलिस ने उन्हें जाने दिया।

पैसे जीतने की खुशी में झूमने लगे राकेश 
बागमुगलिया में रहने वाले राकेश भगवत भोपाल के होशंगाबाद रोड स्थित फॉर्च्यून सिटी चिनार बिल्डिंग में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करते हैं। राकेश ऐप पर क्रिकेट में टीम बनाकर पैसे लगाते हैं। 8 अक्टूबर को महिला टी 20 वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच मुकाबला हुआ था। इसी मैच में राकेश ने ऐप पर 49 रुपए लगाए थे। हमेशा की तरह पैसे लगाने के बाद राकेश शांत बैठ गए। तीन दिन पहले अचानक राकेश के मोबाइल पर एक मैसेज आया कि उन्होंने ऐप पर 5 लाख रुपए और TATA SUV कार जीती है। इनाम जीतने की खुशी में राकेश झूमने लगे। अचानक राकेश के सामने इनाम का दूसरा दावेदार आकर खड़ा हो गया तो राकेश का चेहरा मुरझा गया।

राकेश ने हरिभूमि को स्क्रीन शॉट भेजा और मामले की जानकारी दी।

वेद प्रकाश को देखते ही अचानक छा गई मायूसी 
कटारा हिल्स निवासी वेद प्रकाश रघुवंशी नाम के दूसरे दावेदार को देखकर राकेश की आंखें फटी रह गईं। चेहरे पर मायूसी छा गई। 5 लाख और कार को लेकर दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया। वेद प्रकाश कहने लगा कि ऐप पर पैन कार्ड, बैंक अकाउंट सहित सभी डिटेल्स मेरी है तो इनाम भी मैं ही लूंगा। राकेश का कहना था कि पैसे मैंने जीते हैं, इसलिए पैसे मैं लूंगा। दोनों के बीच इनाम की राशि को लेकर खूब विवाद हुआ। आखिर में विवाद पुलिस के पास पहुंच गया। फिलहाल अभी तक 5 लाख में से 30 हजार रुपए वेद प्रकाश रघुवंशी के अकाउंट ट्रांसफर किए हैं। बाकी की राशि राकेश के मोबाइल वॉलेट में है। खबर है कि इनाम में जीती गई कार भी वहां से चल दी है। हालांकि अभी तक दोनों के बीच विवाद खत्म नहीं हुआ है। विवाद बैंक तक भी पहुंच चुका है। 

विवाद का असली कारण
कटारा हिल्स में रहने वाला वेद प्रकाश रघुवंशी फॉर्च्यून सिटी चिनार बिल्डिंग में सुपरवाइजर है। सिक्योरिटी गार्ड राकेश ऐप पर वेद प्रकाश के पैन कार्ड, बैंक अकाउंट और अन्य डिटेल्स डालकर खेलता था। ऐप पर login राकेश के नाम की थी लेकिन ऐप में जो डिटेल्स डली थी वह सारी वेद प्रकाश की थी। इसलिए इनाम में राकेश ने जो राशि जीती है वह प्रकाश के अकाउंट में आएगी। राकेश ने प्रकाश से इनाम की राशि देने की बात कही तो प्रकाश ने आधी-आधी राशि बांटने की बात कही। राकेश इनाम की राशि प्रकाश को नहीं देना चाहता है इसलिए दोनों के बीच विवाद हुआ।

वेद प्रकाश बोला-इनाम पर मेरा हक 
हरिभूमि ने राकेश से बात की तो उन्होंने पूरे मामले को विस्तार से बताया। राकेश ने हरिभूमि को जीते गए इनाम का स्क्रीन शॉट भेजा। वेद प्रकाश ने कहा कि मैंने राकेश को खेलने के लिए 200 रुपए दिए थे और सारे दस्तावेज भी मेरे हैं। इसलिए इनाम का हकदार भी मैं ही हूं। इसके बाद वेद प्रकाश ने फोन काट दिया। बागसेवनिया थाने के टीआई अमित सोनी का कहना है कि दोनों के बीच ऐप में जीते गए पैसों को लेकर विवाद था। दोनों थाने आए और कहने लगे कि हम मामले को आपस में सुलझा लेंगे इसलिए हमने दोनों को जाने दिया। 

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