AstraZeneca Withdraw Covid-19 Vaccine: कोविशील्ड और वैक्सजेवरिया को लेकर सुरक्षा चिंताओं के बीच दुनिया की दिग्गज फार्मास्युटिकल कंपनी एस्ट्राजेनेका ने बड़ा कदम उठाया है। कोरोना वायरस वैक्सीन का निर्माण और आपूर्ति करना पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। कंपनी ने मंगलवार, 7 मई को कहा कि वह वैक्सीन को ग्लोबल मार्केट से वापस ले रही है। फार्मा दिग्गज ने इसकी वजह भी बताई है। कंपनी का कहना है कि महामारी के बाद से बाजार में कई सारी वैक्सीन उपलब्ध है और इसकी मांग भी घट गई है, इसलिए वह अपनी वैक्सीन को वापस ले रहे हैं।
टेलीग्राफ की रिपोर्ट में कहा गया है कि एस्ट्राजेनेका ने वैक्सीन को वापस लेने का आवेदन 5 मार्च को किया था, जो 7 मई को प्रभावी हुआ। इस बीच, मंगलवार को कंपनी ने यूरोप के भीतर वैक्सीन के लिए विपणन प्राधिकरण भी वापस ले लिया।
भारत में 175 करोड़ डोल कोविशील्ड की लगी
ब्रिटिश फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित कोविशील्ड वैक्सीन का उत्पादन भारत सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के द्वारा किया गया था। कंपनी ने वैक्सीन को भारत में कोविशील्ड और दुनिया में वैक्सजेवरिया नाम से बेचा था। भारत में कोविशील्ड की 175 करोड़ डोज लगाई गई थी। इस वैक्सीन की वजह से ब्रेन स्ट्रोक का शिकार हुए जैमी स्कॉट ने कंपनी के खिलाफ मुकदमा ठोका था।
कंपनी ने फरवरी में अदालत में स्वीकार किया था कि वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स हैं, लेकिन बहुत ही दुर्लभ हैं। जोखिम का आंकड़ा 5 लाख 50 हजार में से 1 है। इससे थ्रोम्बोसिस थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (TTS) हो सकता है। लेकिन यह बीमारी वैक्सीन न लगाए जाने पर भी हो सकती है। इसमें बीमार व्यक्ति को खून में थक्के जमना और कम प्लेटलेट्स की शिकायत होती है।
ब्रिटेन में करीब 81 लोगों की मौत
टीटीएस के कारण ब्रिटेन में करीब 81 लोगों की मौत हुई है। कंपनी मृतकों के 50 से अधिक रिश्तेदारों द्वारा दायर मुकदमे का सामना कर रही है। एस्ट्राजेनेका के एक प्रवक्ता ने पिछले सप्ताह एक बयान में कहा कि हमारी सहानुभूति उन लोगों के प्रति है जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है या स्वास्थ्य समस्याओं की सूचना दी है। रोगी की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है, और नियामक अधिकारियों के पास टीकों सहित सभी दवाओं के सुरक्षित उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए स्पष्ट और कड़े मानक हैं।
सुप्रीम कोर्ट जल्द करेगा सुनवाई
भारत में सुप्रीम कोर्ट जल्द ही कोविशील्ड से जुड़े दुर्लभ दुष्प्रभावों पर एक याचिका पर सुनवाई करेगा। हालांकि सुनवाई की तारीख अभी तय नहीं की गई है, लेकिन चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने वैक्सीन के दुष्प्रभावों की जांच के लिए एक विशेषज्ञ पैनल की मांग वाली याचिका को स्वीकार कर लिया है।