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दही खाने के कई फायदे हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके कई नुकसान भी हैं?

Dahi advantages and disadvantages: दही खाने के कई फायदे हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके कई नुकसान भी हैं? दही का भारतीय संस्कृति से भी नाता रहा है। हिन्दू धर्म में मान्यता है कि किसी भी अच्छे कार्य के लिए घर से निकलते वक्त दही का सेवन करना शुभ माना जाता है।

दही खान-पान के हिसाब से बहुत अच्छी चीज है और इससे कई चीजें भी बनाई जा सकती हैं। जो स्वास्थ्य लाभ के हिसाब से काफी अच्छा है। दही से रायता, लस्सी और छाछ बनाया जाता है। लेकिन दही से बनी चीजों का सेवन हर किसी के लिए अच्छा नही है, क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है। इसलिए दही का सेवन सोच-समझकर करना चाहिए। क्योंकि यह फायदे के अलावा नुकसानदेय भी है। दही न्यूट्रिशयन से भरपूर होता है। इसलिए ज्यादातर लोग खाना खाने के बाद दही खाना पसंद करते हैं।

दही कैसे बनता है?
दूध से दही को तैयार किया जाता है। दही बनाने के लिए सबसे पहले दूध को गर्म कर पकाया जाता है। दूध पकने के बाद उसमें दही स्टार्टर को मिलाकर रख दिया जाता है। कुछ ही समय बाद दूध धीरे-धीरे जमने लगती है और गाढ़े प्रवृत्ति में बदल जाती है। जीवाणुओं के जैव रासायनिक क्रिया के कारण दही खट्टी होती है।

पाए जाने वाले पोषत तत्व
दही में कैल्शियम, विटामिन बी-2, बी-12, पोटैशियम, मैग्नीशियम, विटामिन ए, विटामिन ई, विटामिन सी, विटामिन पाइरिडोक्सिन, कैरोटिनॉइड, फोलेट पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। 

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खाने के फायदे
पाचन को रखे मजबूत: 
दही पाचन के लिए काफी फायदेमंद होती है। क्योंकि दही में लैक्टोज होता है। इसलिए प्रतिदिन भोजन करने के बाद एक कटोरी दही जरूर खाना चाहिए। अगर कब्ज कि शिकायत है तो दही जरूर खाने में शामिल करना चाहिए।

वजन होता है कम: आजकर युवा वर्ग में मोटापा की सबसे ज्यादा समस्या देखी जा रही है। दही का सेवन करने से मोटापा (Obesity) को कम किया जा सकता है। 

कोलेस्ट्रॉल होता है कम: दही खाने से शरीर में बढ़ा खराब कोलेस्ट्रॉल लेवल कम होने लगता है। यह दिल के मरीजों के लिए भी काफी फायदेमंद माना जाता है। रोजाना एक कटोरी दही खाने से दिल से जुड़ी बीमारी भी दूर किया जा सकता है। 

ब्लड प्रेशर रहता है कंट्रोल: बीपी की समस्या हर वर्ग में देखी जा रही है। दही खाना बीपी मरीजों के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है।

हड्डियां होती हैं मजबूत: दही में कैल्शियम काफी ज्यादा मात्रा में पाई जाती है। इसलिए दही खाने से हड्डियां मजबूत होती हैं। 

कब नहीं खानी चाहिए 
1. रात के वक्त दही बिल्कुल भी नहीं खाना चाहिए।
2. नॉनवेज के साथ दही नहीं खाना चाहिए।
3. सर्दी, जुकाम, खांसी, कफ हो तो दही न खाएं।
4. कई दिन की बासी और खट्टा दही नहीं खाना चाहिए। यह पाचन को बिगाड़ सकता है। 
5. मौसम परिवर्तन के समय में दही नहीं खाना चाहिए
6. दमा या सांस की समस्या और स्किन की बीमारी में दही एकदम नहीं खाना चाहिए।
7. दही को कभी भी गर्म करके नहीं खाना चाहिए।

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खाने के नुकसान 
एसीडिटी का बढ़ना: दही को रात के समय खाने से पाचन धीमा हो जाता है। इसलिए रात में फाइबर से भरपूर खाना खाने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे अपच, एसिड रीफलक्स और सीने में जलन बढ़ सकती है।

सूजन को बढ़ावा देना: दही में कासेन (casein) भी पाया जाता है इसलिए दही का सेवन कम करना चाहिए। इसके सेवन से सूजन और जोड़ों में दर्द की बन जाता है।

एलर्जी की समस्या: दूध से एलर्जी रखने वालों को दही का सेवन नही करना चाहिए। क्योंकि दही का सेवन कई बार दस्त, स्किन एलर्जी और सांस लेने में दिक्कत जैसे समस्याएं पैदा कर देता है।

कब्ज की समस्या: दही का सेवन पाचन को धीमा कर देता है, दही के ज्यादा सेवन से ब्लोटिंग, कब्ज और मल त्यागने में दिक्कत जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। 

डिस्क्लेमर: यहां दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। कोई भी उपाय, टिप्स या उपचार संबंधी चीजों को अपनाने से पहले विषय विशेषज्ञ की सलाह जरूरी है। हरिभूमि इसके लिए उत्तरदायी नहीं होगा।


 

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