BPSC 70th Paper Leak: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) द्वारा आयोजित 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा में बड़ा विवाद सामने आया है। राजधानी पटना के बापू परीक्षा भवन में छात्रों ने पेपर लीक होने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। यह घटना तब हुई जब परीक्षा केंद्र से कुछ परीक्षार्थी प्रश्न पत्र और OMR शीट लेकर बाहर निकल गए।
परीक्षार्थियों का आरोप है कि प्रश्न पत्र पहले ही वायरल हो चुका था, जिससे परीक्षा की पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो गए हैं। हालांकि, आयोग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा है कि यह शरारती तत्वों की साजिश हो सकती है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
परीक्षा केंद्र पर अफरा-तफरी का माहौल
बिहार के 36 जिलों में कुल 912 परीक्षा केंद्रों पर यह परीक्षा आयोजित की गई थी। पटना के बापू एग्जाम सेंटर में अभ्यर्थियों ने बताया कि उन्हें प्रश्न पत्र समय पर नहीं मिला। कुछ कक्षों में पेपर 1 घंटे की देरी से बांटा गया, जबकि अन्य जगहों पर परीक्षा शुरू हो चुकी थी।
कई छात्रों ने यह भी दावा किया कि जो प्रश्न पत्र उन्हें मिला, वह पहले से फटा हुआ था। इससे परीक्षा केंद्र पर हंगामे की स्थिति बन गई। जिला प्रशासन और BPSC के अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभालने की कोशिश की।
कैंडिडेट को पटना DM ने जड़ा थप्पड़
पेपर लीक का आरोप लगा प्रदर्शन कर रहे कैंडिडेट्स में से एक को पटना डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद पुलिस ने बीच-बचाव करते हुए कैंडिडेट को साइड में कर दिया। हंगामा होते ही परीक्षा सेंटर में सुरक्षा बढ़ा दी गई। दो थानों की पुलिस को आयोग के दफ्तर के बाहर भी तैनात कर दिया गया है। इधर आयोग ने आनन-फानन में बैठक बुलाई है।
BPSC के लिए अब तक की सबसे बड़ी परीक्षा
70वीं प्रारंभिक परीक्षा में कुल 4,83,000 अभ्यर्थी शामिल हुए। यह परीक्षा 12 से 2 बजे की एकल पाली में आयोजित की गई। इस बार आयोग ने 2,035 रिक्त पदों के लिए परीक्षा आयोजित की है, जिसमें सब डिविजन ऑफिसर (SDO), डीएसपी, और अन्य महत्वपूर्ण पद शामिल हैं।
पेपर लीक और नॉर्मलाइजेशन विवाद
हाल ही में सोशल मीडिया पर BPSC परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया लागू होने की अफवाहें फैली थीं। आयोग ने इन अफवाहों को सिरे से खारिज करते हुए स्पष्ट किया कि ऐसी कोई योजना नहीं थी। परीक्षा के एक दिन पहले छात्रों ने प्रदर्शन किया था, जिसमें पुलिस ने लाठीचार्ज किया। कई छात्र घायल हुए और इस विरोध प्रदर्शन में खान सर और रहमान सर जैसे शिक्षकों का समर्थन मिला।