MP News: 20 साल पहले बने असिस्टेंट प्रोफेसर, अब तक रेगुलर नहीं, विधानसभा में गूंजा मुद्दा

MP News: विधानसभा में विधायक नितेंद्र सिंह राठौर के सवाल के लिखित जवाब में मंत्री परमार ने जानकारी दी। विधायक राठौर ने उच्च प्रोफेसर्स और असिस्टेंट प्रोफेसर्स के पद इस पर उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने बताया कि प्रदेश में उच्च शिक्षा विभाग में प्रोफेसर के 512 और असिस्टेंट प्रोफेसर के 7046 पद खाली हैं। दरअसल, उच्च शिक्षा विभाग यह बताने की स्थिति में नहीं है कि इन पदों को कब तक भर लिया जाएगा।
ऐसे में सरकार को महाविद्यालयों में रिक्त पदों के विरुद्ध अतिथि विद्वानों की नियुक्ति कर पढ़ाई करानी पड़ रही है। वहीं, बीस साल पहले बैकलॉग से नियुक्त एससी-एसटी वर्ग के 102 सहायक प्राध्यापकों को अब तक रेगुलर नहीं किया जा सका है। यह अभी भी परिवीक्षाधीन सहायक प्राध्यापक हैं। गुरुवार को विधानसभा में इस मामले में सवाल जवाब का सिलसिला चला। परमार ने सभी सवालों के जवाब दिए।
असिस्टेंट प्रोफेसर्स के खाली पद कब तक भरे जाएंगे?
मंत्री परमार ने जवाब देते हुए बताया कि सहायक प्राध्यापकों के रिक्त पदों की पूर्ति के लिए मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सहायक प्राध्यापक परीक्षा 2022 के संबंध में कुछ विषयों की चयन सूचियां जारी की जा चुकी है। चयन सूचियां प्राप्त होने के बाद नियुक्ति की कार्यवाही पूर्ण कर खाली पदों को भरा जाएगा। इस काम को कब तक कर लिया जाएगा। इसको समय-सीमा बताई जाना समव नहीं है। रिक्त पदों से पढ़ाई प्रभावित होने से रोकने इन रिक्त पदों के विरुद्ध अतिथि विद्वान नियुक्त किए जाते हैं। जिससे शैक्षणिक व्यवस्था सुचारू रूप से जारी है।
प्रदेश में कुल कितने सरकारी कॉलेजों में प्राचार्य के रिक्त पद हैं?
उच्च शिक्षा मंत्री परमार ने विधायक चितामणि मालवीय के सवाल के लिखित जवाब में कहा कि मध्यप्रदेश में कुल 571 शासकीय महाविद्यालय हैं। इनमें से 14 शासकीय महाविद्यालयों में पदोन्नत प्राचार्य पदस्थ है। वहीं 557 शासकीय महाविद्यालयों में प्रभारी प्राचार्य पदस्थ है। अतिरिक्त संचालक पद पर पदस्थापना का प्राचार्य पद के साक्षात्कार से कोई संबंध नहीं है।
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