UPPSC RO/ARO Exam Paper Leak Case: यूपी पुलिस सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले में परीक्षा निरस्त करने के बाद अब RO/ARO भर्ती परीक्षा के परीक्षार्थी भी पेपर लीक मामले में बड़ी राहत की उम्मीद कर रहे हैं। उम्मीदवारों की मांग है कि सिपाही भर्ती की तरह समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी की भर्ती परीक्षा निरस्त हो। इसी बीच कार्मिक विभाग ने भर्ती परीक्षा में शिकायतों को लेकर समीक्षा शुरू कर दी है।
पेपर का स्क्रीनशॉट वायरल
दरअसल, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की आरओ-एआरओ की परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों ने दावा किया कि परीक्षा होने से पहले ही पेपर लीक हो गया है। अभ्यर्थियों ने परीक्षा से जुड़े पेपर का स्क्रीनशॉट और वीडियो शेयर करते हुए कार्रवाई की मांग की थी।
नोटिस जारी कर दी जानकारी
उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव ने नोटिस जारी करके जानकारी दी कि शासन को संज्ञान में लाए गए तथ्यों और शिकायतों के मद्देनजर परीक्षा की शुचिता व पारदर्शिता के उद्देश्य से यह फैसला लिया गया है कि परीक्षा के संबंध में प्राप्त शिकायतों का शासन स्तर पर परीक्षण किया जाए।
अभ्यर्थी नियुक्ति विभाग को अपने नाम और पते के साथ पेपर से जुड़े सबूत के साथ ऑनलाइन शिकायत दर्ज करा सकते हैं। अभ्यर्थियों 27 फरवरी 2024 तक पेपर संबंधी आपत्तियों को सबूत के साथ भेज सकते है।
यूपी पुलिस सिपाही भर्ती की तरह क्या यह परीक्षा भी होगी रद्द?
अगर किसी भी प्रकार से एग्जाम में गड़बड़ी होने को लेकर सबूत मिलते हैं तो यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा की तरह इस एग्जाम को भी रद्द किया जा सकता है। अभी तक शासन की ओर से शिकायतें और सबूत पेश करवाने के लिए 27 फरवरी तक का समय दिया गया है।
एग्जाम शुरू होने से पहले टूट चुकी थी पेपर की सील
आरओ के 334 और एआरओ के 77 कुल 411 पदों के लिए 11 फरवरी को प्रदेश के 58 जिलों में 2387 केंद्रों पर आयोजित की गई थी। इस भर्ती परीक्षा में 10,69, 725 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। इस दौरान गाजीपुर के एक परीक्षा केंद्र पर उम्मीदवारों ने पेपर आउट का आरोप लगाते हुए हंगामा किया था। अभ्यर्थियों ने आरोप लगते हुए कहा कि सुबह वाली पाली में एग्जाम से पहले पेपर की सील टूटी मिली थी।
अखिलेश यादव ने भी उठाए थे सवाल
सोशल मीडिया में वायरल वीडियो में छात्रों का दावा है कि सारा पेपर पहले से खुला हुआ था और प्रबंधन का कहना है कि उनसे गलती हो गई है। इस पर सपा अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने एक्स पर वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, 'उत्तरप्रदेश में समीक्षा अधिकारी का पेपर भी लीक हो गया।
यह अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ भाजपा सरकार की साज़िश ही लगती है क्योंकि ये सरकार बेरोज़गारों नौकरी ही नहीं देना चाहती है।