Exercise For Heart Patients: हृदय रोगियों के लिए एक्सरसाइज करना सुरक्षित या नहीं, जानिये क्या कहते हैं डॉक्टर्स

Exercise For Heart Patients: हृदय रोगियों के लिए एक्सरसाइज करना सुरक्षित या नहीं, जानिये क्या कहते हैं डॉक्टर्स
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Heart Disease Problem: आजकल ज्यादातर लोगों में हृदय रोग संबंधी समस्या आम हो गई है। बुजुर्गों के साथ-साथ कुछ युवाओं में भी समस्या देखने को मिल रही है। जानें, गुरुग्राम के मशहूर हृदय रोग विशेषज्ञ से कुछ जरूरी टिप्स...

Heart Disease Problem: पिछले लंबे समय से लगातार युवाओं और फिट सेलेब्रिटीज में हृदय रोग की खबरें व्यापक स्तर पर देखने को मिली हैं। इससे बहुत से लोगों में फिटनेस संबंधी बदलाव देखने को मिला। इसके बाद फिट होने की कोशिशों और जिम जाने की आदतों को हतोत्साहित किया जा रहा है, जो बिल्कुल भी सही नहीं है। हालांकि युवाओं और प्रत्यक्ष रूप से स्वस्थ दिखने वाले लोगों में हृदय रोग की खबरें दिन पर दिन चिंता का कारण बन रही हैं। लेकिन, इसका अर्थ यह नहीं कि स्वस्थ जीवनशैली को ही गलत मान लिया जाए।

आज के दौर में स्वस्थ जीवनशैली की परिभाषा को दुरुस्त करने की जरूरत है, क्योंकि किसी फिट दिख रहे व्यक्ति को कोई गंभीर रोग हो जाए तो उसमें केवल नियमित व्यायाम ही नहीं बल्कि अनुवांशिक, मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति, नींद का चक्र आदि कारक भी शामिल हैं। इसके अलावा पहले से हृदय रोग से जूझ रहे लोगों पर अतिरिक्त सावधानियां लागू होतीं हैं। इस संबंध में हम गुरुग्राम स्थित सनर इंटरनेशनल हॉस्पिटल के इंटरवेंशन कार्डियोलॉजी के डायरेक्टर एंड एचओडी डॉक्टर डीके झाम्ब से जानते हैं।

डॉ. डीके झांब बताते हैं कि नियमित व्यायाम हृदय के बेहतर स्वास्थ्य के लिए निश्चित रूप से जरूरी है, लेकिन पहले से हृदय रोग से जूझ रहे लोगों के लिए यह नियम पूरी तरह से लागू नहीं होता‌। जहां अतिरिक्त शारीरिक गतिविधि से कुछ हृदय रोगियों के हृदय पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जो रोगी के लिए घातक हो सकता है। वहीं, बहुत से हृदय रोगियों के लिए कुछ शारीरिक गतिविधियां जरूरी बताई जाती हैं, जो हृदय के उचित संचालन में मदद करती हैं। ऐसे में रोग की गंभीरता के अनुसार मरीज को शारीरिक गतिविधियों की सलाह दी जाती है। इस संदर्भ में निम्नलिखित बातें याद रखें।

1. वे हृदय रोगी जिन्हें सांस से संबंधित समस्या भी हो, उन्हें ब्रीदिंग एक्सरसाइज या तेज दौड़ने और लगातार सीढ़ियां चढ़ने से परहेज करना चाहिए।

2. यदि हाल ही में आपका हृदय का कोई प्रोसीजर या हृदय से संबंधी इलाज अस्पताल में हुआ है, तो प्रतिदिन 20 से 30 मिनट हल्की वॉक करनी चाहिए। यदि किसी किसी प्रकार की समस्या महसूस न हो तो इसकी गति और समय अवधि को धीरे-धीरे बढ़ाया जा सकता है‌।

3. इसके अलावा व्यायाम करते समय (220- रोगी की उम्र) का 75% से ऊपर रोगी का टीएचआर नहीं जाना चाहिए। यदि जा रहा है तो संबंधित डॉक्टर से सलाह लें।

4. इसके अलावा हृदय रोगी दिन में 20 से 30 मिनट साइकिलिंग, जॉगिंग, स्ट्रेचिंग आदि कर सकते हैं, लेकिन यह पूरी तरह डॉक्टर की सलाह पर निर्भर करता है।

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