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Sleep Pattern: आजकल बहुत से लोग खराब स्लीपिंग पैटर्न से परेशान हैं। आप भी उनमें से हैं तो कुछ तरीके आज़माएं। इनकी मदद से आपका स्लीपिंग पैटर्न सुधरेगा और अच्छी नींद आएगी।

Sleep Pattern: भागदौड़ भरी ज़िंदगी और डिजिटल लाइफस्टाइल के दौर में अच्छी नींद अब एक लग्ज़री सी लगने लगी है। देर रात तक मोबाइल चलाना, असमय खाना, स्ट्रेस और अनियमित रूटीन – ये सभी हमारी नींद की क्वालिटी पर बुरा असर डालते हैं। नतीजा ये होता है कि हम देर से सोते हैं, बार-बार उठते हैं या सुबह थकान के साथ उठते हैं, जिससे पूरा दिन सुस्त और चिड़चिड़ा हो जाता है।

अगर आप भी अनिद्रा, देर रात तक जागने या दिनभर थकान से परेशान हैं, तो वक्त आ गया है कि अपने स्लीप पैटर्न को दोबारा सेट करें। अच्छी नींद सिर्फ शरीर नहीं, दिमाग के लिए भी ज़रूरी है। नीचे दिए गए 5 आसान और असरदार तरीकों को अपनाकर आप फिर से सुकूनभरी और गहरी नींद पा सकते हैं।

तय समय पर सोने और जागने की आदत डालें
नींद को सुधारने की शुरुआत एक तय रूटीन से होती है। हर दिन एक ही समय पर सोने और जागने की कोशिश करें – यहां तक कि छुट्टियों में भी। इससे आपके शरीर की बायोलॉजिकल क्लॉक सेट हो जाती है, जिससे नींद अपने आप समय पर आने लगती है। शुरुआत में मुश्किल लग सकता है, लेकिन कुछ दिनों में आपका शरीर इस शेड्यूल का आदी हो जाएगा।

सोने से पहले स्क्रीन टाइम कम करें
फोन, लैपटॉप या टीवी की नीली रोशनी (ब्लू लाइट) आपके दिमाग को एक्टिव रखती है और नींद की प्रक्रिया को बाधित करती है। कोशिश करें कि सोने से कम से कम 1 घंटे पहले स्क्रीन से दूरी बना लें। इसकी जगह किताब पढ़ें, हल्का म्यूजिक सुनें या मेडिटेशन करें। यह आपके दिमाग को रिलैक्स करेगा और आपको जल्दी नींद आने में मदद करेगा।

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कैफीन और हैवी फूड से बचें
शाम के समय चाय, कॉफी या एनर्जी ड्रिंक जैसे कैफीनयुक्त पेय पीने से नींद प्रभावित होती है। इसी तरह रात में हैवी या तला-भुना खाना भी डाइजेशन पर असर डालता है, जिससे नींद टूटती रहती है। बेहतर होगा कि रात का खाना हल्का और जल्दी खाएं और सोने से पहले किसी भी उत्तेजक पदार्थ से बचें। यह आदत नींद की गुणवत्ता को बेहतर बनाती है।

सोने का माहौल शांत और आरामदायक बनाएं
अच्छी नींद के लिए आपके कमरे का वातावरण भी अहम भूमिका निभाता है। कमरे को हल्का अंधेरा, ठंडा और शांत रखें। तेज रोशनी, शोर या असुविधाजनक बिस्तर से नींद बार-बार टूट सकती है। आप चाहें तो एरोमाथेरेपी या व्हाइट नॉइज़ मशीन जैसे उपाय भी आज़मा सकते हैं, जो नींद में गहराई लाते हैं।

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दिनभर थोड़ी एक्सरसाइज़ करें
शारीरिक गतिविधि का नींद से गहरा रिश्ता है। अगर आप दिनभर एक्टिव रहते हैं या हल्की एक्सरसाइज़ करते हैं, तो रात को शरीर थक जाता है और नींद आसानी से आती है। योग, ब्रिस्क वॉक या स्ट्रेचिंग जैसी हल्की गतिविधियां स्लीप क्वालिटी को बेहतर बनाती हैं। लेकिन ध्यान रखें कि वर्कआउट बहुत देर शाम या रात को न करें, इससे उल्टा असर हो सकता है।

(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ से परामर्श जरूर लें।)

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