Access Water Drinking: पानी को जीवन कहा गया है और ये बात सौ फीसदी सही भी है। सही मात्रा में पानी पीना शरीर के हर अंग को सही ढंग से चलाने के लिए बेहद जरूरी होता है। यह न सिर्फ शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकालता है, बल्कि त्वचा को निखारता है, पाचन क्रिया को दुरुस्त रखता है और शरीर में ऊर्जा बनाए रखता है। यही कारण है कि अक्सर डॉक्टर और एक्सपर्ट दिनभर में 2 से 3 लीटर पानी पीने की सलाह देते हैं।लेकिन क्या आप जानते हैं कि जरूरत से ज्यादा पानी पीना भी शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है?
आमतौर पर लोग मानते हैं कि जितना ज्यादा पानी पीएंगे, उतना शरीर स्वस्थ रहेगा। जबकि सच्चाई ये है कि हद से ज्यादा पानी पीना भी स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है। इस स्थिति को मेडिकल भाषा में वॉटर इनटॉक्सिकेशन या हायपोनेट्रेमिया कहा जाता है, जो शरीर में नमक और पानी के असंतुलन का कारण बनती है।
ज्यादा पानी पीने के 5 नुकसान
हायपोनेट्रेमिया का खतरा
बहुत अधिक पानी पीने से शरीर में सोडियम की मात्रा घट जाती है। इससे सिरदर्द, चक्कर आना, उल्टी और गंभीर मामलों में मस्तिष्क में सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। यह स्थिति जानलेवा भी हो सकती है।
किडनी पर बढ़ता है दबाव
किडनी एक समय में सीमित मात्रा में ही पानी फिल्टर कर पाती है। जब जरूरत से ज्यादा पानी पिया जाता है, तो किडनी पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे उसकी कार्यक्षमता पर असर पड़ सकता है।
इसे भी पढ़ें: Almonds Benefits: रोज़ाना खाएं 5 भीगे बादाम, दिल बनेगा मजबूत; पाचन में भी आएगा सुधार, जान लें कमाल के फायदे
नींद में बाधा
अत्यधिक पानी पीने से रात में बार-बार पेशाब जाना पड़ सकता है, जिससे नींद बार-बार टूटती है। इससे नींद की गुणवत्ता पर असर पड़ता है और अगला दिन थकावट से भरा महसूस हो सकता है।
पाचन तंत्र पर असर
कुछ लोगों को लगता है कि ज्यादा पानी पीने से पाचन बेहतर होता है, लेकिन खाने के तुरंत बाद अधिक पानी पीना गैस, अपच और सूजन जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है।
इसे भी पढ़ें: Headache Causes: स्ट्रेस की वजह से ही नहीं होता सिरदर्द, हो सकता है 5 बड़ी बीमारी का भी संकेत
स्वाभाविक प्यास की पहचान हो जाती है कमजोर
अगर बिना प्यास के लगातार पानी पीते रहें तो शरीर की प्राकृतिक प्यास महसूस करने की प्रणाली कमजोर हो सकती है। इससे भविष्य में असली जरूरत का अंदाज़ा लगाना मुश्किल हो जाता है।
(Disc।aimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ/डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)