Uric Acid Level: प्यूरिन रिच फूड्स शरीर में यूरिक एसिड बढ़ाने का काम करते हैं। यूरिक एसिड बढ़ने पर शरीर में कई तरह की समस्याएं पैदा होने लगती हैं। जोड़ों संबंधी बीमारियों को ट्रिगर करने में यूरिक एसिड का बड़ा रोल होता है। ऐसे में जो लोग गठिया या जोड़ों की बीमारियों से पीड़ित हैं उन्हें यूरिक एसिड लेवल को मैनेज करना जरूरी है। 

बता दें कि यूरिक एसिड एक प्राकृतिक पदार्थ है जो शरीर में purines नामक पदार्थों के टूटने से बनता है। जब शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा अधिक हो जाती है, तो यह गाउट और किडनी स्टोन जैसी समस्याओं का कारण बन सकती है।

यूरिक एसिड बढ़ने के संकेत

जोड़ों में दर्द और सूजन: गाउट की शुरुआत अक्सर अचानक और गंभीर जोड़ों के दर्द से होती है, खासकर बड़े पैर के अंगूठे में। यह दर्द आमतौर पर रात में होता है और जोड़ों में लालिमा और सूजन के साथ होता है।

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गांठ का बनना: उच्च यूरिक एसिड के कारण जोड़ों के आसपास टोफी नामक कठोर गांठें बन सकती हैं। ये गांठें अक्सर कान के लोब या उंगलियों पर दिखाई देती हैं।

किडनी स्टोन: उच्च यूरिक एसिड किडनी में पथरी का कारण बन सकता है। इससे किडनी में दर्द, खून में पेशाब आना और बार-बार पेशाब आने की समस्या हो सकती है।

थकान और कमजोरी: उच्च यूरिक एसिड से थकान, कमजोरी और शरीर में दर्द महसूस हो सकता है।

बुखार: गाउट के हमले के दौरान बुखार आना भी आम है। यूरिक एसिड बढ़ने पर ये समस्या बढ़ने लगती है। 

यूरिक एसिड कैसे करें कंट्रोल?

दवाएं: यूरिक एसिड को कम करने और गाउट के हमलों को रोकने के लिए डॉक्टर विभिन्न प्रकार की दवाएं लिख सकते हैं।

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आहार परिवर्तन: यूरिक एसिड को कम करने के लिए आहार में बदलाव करना बहुत जरूरी है। आपको purines से भरपूर खाद्य पदार्थों जैसे कि मांस, समुद्री भोजन, बीन्स, मटर और शराब का सेवन कम करना चाहिए।

पर्याप्त पानी पीना: पर्याप्त पानी पीने से यूरिक एसिड को शरीर से बाहर निकालने में मदद मिलती है।

वजन कम करना: अगर आप अधिक वजन वाले हैं, तो वजन कम करने से यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद मिल सकती है।

(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ, डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)