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Sleepiness During Study: किताब खोलते ही नींद आने लगना बच्चों की एक कॉमन समस्या है। इस परेशानी से निजात दिलाने में कुछ आसान टिप्स मददगार साबित हो सकते हैं।

Sleepiness During Study: कई स्टूडेंट्स का एक आम अनुभव होता है कि जैसे ही किताबें खोलते हैं, वैसे ही नींद आंखों पर हावी होने लगती है। खासकर परीक्षा के समय जब पढ़ाई पर फोकस करना सबसे ज्यादा जरूरी होता है, तब दिमाग का धीमा पड़ना और झपकी आना बहुत परेशानी खड़ी कर देता है। यह समस्या केवल आलस की नहीं, बल्कि पढ़ाई के तरीके और माहौल से जुड़ी होती है।

अगर सही तरीके अपनाए जाएं, तो इस नींद से जुड़ी परेशानी से काफी हद तक बचा जा सकता है। पढ़ाई के दौरान सतर्क और एक्टिव रहना न केवल आपकी एकाग्रता को बढ़ाता है, बल्कि कम समय में ज्यादा पढ़ने में भी मदद करता है। आइए जानते हैं वो 5 कारगर उपाय जो पढ़ाई करते समय झपकी को दूर रखने में मददगार हो सकते हैं।

चेहरे पर ठंडा पानी डालें और खुली हवा में जाएं
पढ़ाई शुरू करने से पहले चेहरे पर ठंडा पानी डालना दिमाग को तरोताजा करता है। इसके साथ कुछ देर खुली हवा में टहलना या गहरी सांसें लेना ऑक्सीजन का प्रवाह बढ़ाता है, जिससे नींद भाग जाती है और दिमाग एक्टिव हो जाता है।

पढ़ाई की जगह और लाइट का ध्यान रखें
कम रोशनी या आरामदायक बेड पर बैठकर पढ़ाई करना नींद को न्योता देता है। कोशिश करें कि आप टेबल-चेयर पर सीधी मुद्रा में बैठें और लाइट पर्याप्त हो। अच्छी रोशनी आंखों को थकने से बचाती है और आपको सतर्क बनाए रखती है।

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हल्का स्नैक या पानी लेते रहें
लंबे समय तक पढ़ाई के दौरान शरीर सुस्त हो जाता है, जिससे नींद आ सकती है। बीच-बीच में थोड़ा पानी पीते रहना या हेल्दी स्नैक (जैसे नट्स, फल) लेना शरीर को ऊर्जा देता है और ध्यान भटकने से रोकता है। खाली पेट पढ़ाई करने से भी नींद ज्यादा आती है।

25-30 मिनट के पढ़ाई सेशन बनाएं
लगातार घंटों पढ़ाई करने की बजाय 25-30 मिनट के छोटे-छोटे सेशन बनाएं। हर सेशन के बाद 5 मिनट का ब्रेक लें। यह तकनीक "Pomodoro Technique" के नाम से मशहूर है और इससे दिमाग फ्रेश रहता है, जिससे नींद नहीं आती।

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थोड़ी एनर्जी के लिए बैकग्राउंड म्यूजिक
कुछ लोगों को बैकग्राउंड में हल्का इंस्ट्रूमेंटल म्यूजिक या व्हाइट नॉइज़ सुनना भी मदद करता है। यह दिमाग को एक्टिव रखता है और पढ़ाई में फोकस बनाए रखता है। लेकिन ध्यान रहे कि म्यूजिक डिस्ट्रैक्टिंग न हो।

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