Yogasana Benefits: शरीर को निरोगी रखने में योगासन का अहम योगदान होता है। आप अगर भूख न लगने की समस्या से परेशान हैं तो योगासन इस परेशानी को हल कर सकते हैं। बहुत से लोगों का हाजमा खराब होने की वजह से उन्हें खुलकर भूख नहीं लगती है। इसके अलावा शरीर में अन्य तरह की समस्याओं के होने पर भी ऐसा हो सकता है। 

आप अगर लंबे वक्त से खुलकर भूख न लगने से परेशान हैं तो चिकित्सकीय सलाह के साथ ही कुछ योगासन को करना शुरू करें। योग्य प्रशिक्षक के मार्गदर्शन में किया गया इन योगासनों का अभ्यास आपके डाइजेशन सिस्टम को दुरुस्त करने का काम करेगा। 

5 योगासनों का नियमित करें अभ्यास

सूर्य नमस्कार: यह एक संपूर्ण योगासन है जो पूरे शरीर को सक्रिय करता है और पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है।  सूर्य नमस्कार करने से रक्त प्रवाह बढ़ता है और भूख लगने में मदद मिलती है।

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अर्ध मत्स्येन्द्रासन: यह आसन रीढ़ की हड्डी को मोड़ता है और पेट के अंगों को उत्तेजित करता है।  इससे पाचन में सुधार होता है और भूख बढ़ती है। इस आसन के अभ्यास से कुछ दिनों में ही पॉजिटिव रिजल्ट दिख सकता है।

भुजंगासन: यह आसन पेट और पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करता है और पाचन तंत्र को उत्तेजित करता है।  भुजंगासन करने से रक्त प्रवाह बढ़ता है और भूख लगने में मदद मिलती है।

शलभासन: यह आसन पेट की मांसपेशियों को मजबूत करता है और पाचन में सुधार करता है।  शलभासन करने से रक्त प्रवाह बढ़ता है और गैस और अपच से राहत मिलती है, जिससे भूख बढ़ सकती है।

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पवनमुक्तासन: यह आसन पेट की गैस को बाहर निकालने में मदद करता है और पाचन में सुधार करता है।  पवनमुक्तासन करने से रक्त प्रवाह बढ़ता है और कब्ज से राहत मिलती है, जिससे भूख बढ़ सकती है।

(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ, डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)