Yogasana for Varicose veins: वेरिकोज़ वेन्स यानी पैरों की नसों में सूजन और उभार की समस्या आजकल आम होती जा रही है, खासकर उन लोगों में जो लंबे समय तक खड़े रहते हैं या फिजिकल एक्टिविटी कम करते हैं। इसमें नसें नीली या बैंगनी रंग की हो जाती हैं और कई बार उनमें दर्द, जलन या भारीपन महसूस होता है। यह समस्या अधिकतर पैरों में होती है और धीरे-धीरे बढ़ती है।
योग में ऐसे कई आसन हैं जो रक्त संचार को बेहतर बनाते हैं और पैरों की नसों पर दबाव कम करते हैं। नियमित रूप से योग करने से वेरिकोज़ वेन्स की तकलीफ में काफी राहत मिल सकती है। नीचे बताए गए 5 योगासन वेरिकोज़ वेन्स की सूजन, दर्द और असहजता को कम करने में सहायक हैं। इन्हें रोज़ाना करने से प्राकृतिक रूप से शरीर में संतुलन बना रहता है।
1. विपरीत करनी आसन (Legs-Up-the-Wall Pose)
यह आसन पैरों की नसों पर से दबाव कम करने में बेहद प्रभावी है। दीवार के सहारे पीठ के बल लेटकर दोनों पैरों को ऊपर उठाकर दीवार पर टिकाएं। यह मुद्रा रक्त को पैरों से ऊपर की ओर प्रवाहित करती है, जिससे सूजन और थकान में आराम मिलता है। इसे दिन में 5–10 मिनट करना फायदेमंद होता है।
2. पवनमुक्तासन (Wind-Relieving Pose)
यह योगासन पेट और जांघों पर काम करता है और रक्त संचार को बेहतर बनाता है। पीठ के बल लेटकर एक पैर को मोड़कर छाती से लगाएं और हाथों से पकड़ें। फिर कुछ देर रोकें और दूसरी टांग से दोहराएं। यह नसों के दबाव को कम करता है और वेरिकोज़ वेन्स से जुड़ी असहजता में राहत देता है।
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3. त्रिकोणासन (Triangle Pose)
त्रिकोणासन शरीर को खिंचाव देता है और जांघों व पिंडलियों में रक्त प्रवाह को बेहतर बनाता है। यह मुद्रा संतुलन और लचीलापन बढ़ाने के साथ-साथ नसों में जमे हुए रक्त को चलायमान करती है, जिससे नसों में सूजन कम होती है। इसे धीरे-धीरे और सांस पर ध्यान रखते हुए करें।
4. ताड़ासन (Mountain Pose)
ताड़ासन शरीर की मुद्रा को सुधारता है और नसों पर पड़ने वाले अनावश्यक दबाव को दूर करता है। इसे करते समय एड़ी उठाकर पूरे शरीर को ऊपर की ओर खींचें और हाथों को सिर के ऊपर ले जाकर जोड़ें। यह पैरों की नसों को स्ट्रेच देता है और ब्लड सर्कुलेशन सुधारता है।
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5. शवासन (Corpse Pose)
योग सत्र के अंत में शवासन करना जरूरी होता है क्योंकि यह शरीर को पूरी तरह रिलैक्स करता है। यह तनाव को कम करता है और नसों को राहत देता है। वेरिकोज़ वेन्स की समस्या में यह आराम देने वाला आसान तरीका है जिसे आप दिन में कभी भी 10 मिनट के लिए कर सकते हैं।
(Disc।aimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ/डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)