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Summer Health Tips: गर्मी के दिनों में सबसे ज्यादा मुसीबत हीट वेव की वजह से होती है। इस सीजन में लू लगने जैसी समस्याएं आम होती है। इससे बचने के लिए सही खान-पान और लाइफस्टाइल बेहद जरूरी है। बता दें कि  समर में जब तापमान सामान्य से कहीं अधिक बढ़ जाता है, तो उसे "हीट वेव" कहा जाता है। यह स्थिति न केवल असहज होती है, बल्कि सेहत के लिए खतरनाक भी हो सकती है। सिरदर्द, डिहाइड्रेशन, लू और हीट स्ट्रोक जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं।

आप अगर खुद को फिट और हेल्दी रखना चाहते हैं तो कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखें। इससे आपको गर्मी में हीट वेव के संभावित खतरों से बचाव में मदद मिलेगी। 

हीट वेव से बचने के 6 प्रभावी तरीके

पर्याप्त पानी पिएं:
हीट वेव के दौरान शरीर से पसीने के रूप में काफी मात्रा में पानी निकलता है, जिससे डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी जरूर पिएं। साथ ही नींबू पानी, नारियल पानी और फलों का रस जैसी तरल चीजें भी शामिल करें। कैफीन और अल्कोहल से बचें क्योंकि ये शरीर को और डिहाइड्रेट करते हैं।

हल्के और ढीले कपड़े पहनें:
गर्मियों में गहरे रंग और टाइट कपड़े शरीर की गर्मी को बढ़ा सकते हैं। इसलिए सूती, हल्के और ढीले-ढाले कपड़े पहनना बेहतर होता है। सफेद या हल्के रंग के कपड़े सूरज की रोशनी को परावर्तित करते हैं, जिससे शरीर ठंडा बना रहता है। साथ ही बाहर निकलते समय टोपी या स्कार्फ का प्रयोग करें।

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दिन के गर्म समय में बाहर न जाएं:
दोपहर 12 बजे से लेकर 4 बजे तक का समय सबसे अधिक गर्म होता है। इस दौरान सूरज की किरणें सीधी और तेज होती हैं, जो शरीर को जल्दी प्रभावित कर सकती हैं। जरूरी काम सुबह या शाम के समय ही निपटाएं और अगर बाहर जाना ही पड़े, तो छांव में चलें और सिर को ढककर रखें।

ठंडा और हल्का भोजन लें:
गर्मी में तला-भुना और भारी भोजन शरीर को गर्म कर सकता है। ऐसे में फलों, हरी सब्जियों और दही जैसे ठंडे व हल्के आहार को प्राथमिकता दें। सलाद, खीरा, तरबूज और पुदीना जैसी चीजें शरीर को ठंडा रखती हैं और पाचन में भी सहायक होती हैं।

घर को ठंडा बनाए रखें:
गर्मी से राहत पाने के लिए घर में प्राकृतिक वेंटिलेशन बनाएं। खिड़कियों पर मोटे पर्दे लगाएं ताकि धूप अंदर न आए। सुबह और शाम के समय खिड़कियां खोलें ताकि ताजा हवा अंदर आ सके। दिन में पंखा और अगर संभव हो तो कूलर या एसी का प्रयोग करें।

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बुजुर्गों और बच्चों का विशेष ध्यान रखें:
बुजुर्ग और छोटे बच्चे हीट वेव के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं। उन्हें समय-समय पर पानी पिलाएं और ठंडी जगह पर रखें। उनके शरीर का तापमान नियंत्रित रहे, इसके लिए हल्के कपड़े पहनाएं और जरूरत पड़ने पर गीला कपड़ा या ठंडी पट्टी का इस्तेमाल करें।

(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ, डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)