Migraine Home Remedies: तेज रोशनी, तेज़ आवाज़ या अचानक मौसम बदलना... कभी-कभी ये छोटी-छोटी चीज़ें भी सिर में ऐसा तूफान खड़ा कर देती हैं कि दिनभर कुछ करने का मन नहीं करता। माइग्रेन सिर्फ एक सिरदर्द नहीं, बल्कि यह एक ऐसी चुनौती है जो व्यक्ति की ऊर्जा, एकाग्रता और मूड को बुरी तरह प्रभावित करती है। यह समस्या धीरे-धीरे आम होती जा रही है, खासकर भागदौड़ भरी जिंदगी और अनियमित दिनचर्या के चलते।
हर बार दवा लेना या डॉक्टर के पास जाना हमेशा संभव नहीं होता, और कई बार दवाएं भी तुरंत असर नहीं करतीं। ऐसे में कुछ घरेलू नुस्खे ऐसे होते हैं जो बिना किसी साइड इफेक्ट के माइग्रेन के दर्द को कम करने में मददगार साबित हो सकते हैं। ये उपाय न सिर्फ आसानी से उपलब्ध हैं, बल्कि लंबे समय तक राहत देने की क्षमता भी रखते हैं।
माइग्रेन के लिए घरेलू उपाय
अदरक का सेवन करें
अदरक माइग्रेन में होने वाली मतली और दर्द को कम करने में सहायक होता है। इसमें मौजूद प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन को घटाते हैं और दर्द में आराम देते हैं। आप अदरक की चाय बना सकते हैं या अदरक के रस में थोड़ा नींबू मिलाकर सेवन कर सकते हैं। यह सिरदर्द की तीव्रता को कम करने में मदद करता है।
कैफीन की सीमित मात्रा में सेवन
थोड़ी मात्रा में कैफीन (जैसे चाय या कॉफी) माइग्रेन के लक्षणों को कम करने में उपयोगी हो सकती है, खासकर अगर शुरुआत में ही लिया जाए। कैफीन रक्त वाहिकाओं को संकुचित करता है जिससे दर्द में राहत मिलती है। लेकिन इसका ज्यादा सेवन माइग्रेन को ट्रिगर भी कर सकता है, इसलिए संतुलन जरूरी है।
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ठंडे या गर्म सेक का उपयोग
सिर या गर्दन पर ठंडे या गर्म पैक का प्रयोग माइग्रेन के दर्द को कम कर सकता है। ठंडा सेक नसों को सुन्न करके दर्द को कम करता है, जबकि गर्म पैक मांसपेशियों को आराम देकर तनाव को घटाता है। आप तौलिये में बर्फ लपेटकर माथे पर रख सकते हैं या गर्म पानी की बोतल से गर्दन की सिकाई कर सकते हैं।
लैवेंडर या पुदीना तेल की सुगंध
लैवेंडर और पुदीना जैसे आवश्यक तेलों की खुशबू माइग्रेन में राहत दिला सकती है। ये तेल तनाव कम करते हैं और सिरदर्द को शांत करने में सहायक होते हैं। आप इन्हें सिर, कनपटी या गर्दन पर मालिश करके इस्तेमाल कर सकते हैं या इन्हें पानी में डालकर अरोमा थेरेपी की तरह उपयोग कर सकते हैं।
पर्याप्त नींद और दिनचर्या बनाए रखें
अनियमित नींद और थकान माइग्रेन को बढ़ा सकती है। इसलिए रोजाना एक निश्चित समय पर सोना और जागना बहुत जरूरी है। दिनचर्या में थोड़ा योग या ध्यान शामिल करें, इससे तनाव कम होता है और माइग्रेन के दौरे की आवृत्ति भी घटती है।
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खूब पानी पिएं और डिहाइड्रेशन से बचें
डिहाइड्रेशन माइग्रेन का एक बड़ा कारण हो सकता है। जब शरीर में पानी की कमी होती है, तो सिरदर्द और थकान बढ़ जाती है। दिनभर पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें। साथ ही जूस, नारियल पानी और फलों का सेवन भी शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद करता है।
(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ, डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)