Parenting Tips: ज्यादातर घरों में आजकल पेरेंट्स दोनों ही वर्किंग होते हैं, जिसके चलते वे चाहकर भी बच्चों के साथ पर्याप्त समय नहीं बिता पाते हैं। ऐसे में कई बार वे इस बात का अंदाज नहीं लगा पाते हैं कि उनका बच्चा किस परिस्थिति से गुजर रहा है या वो कहीं किसी परेशानी का सामना तो नहीं कर रहा है। कई बार बच्चे तनाव का शिकार भी हो सकते हैं जो कि आगे चलकर उनके लिए बड़ी मुसीबत बन सकता है। ऐसे में ये जरूरी हो जाता है कि समय रहते पेरेंट्स अपने बच्चों के स्ट्रेस में होने की पहचान करें और उसे दूर करने में मदद करें। आइए जानते हैं आप किस तरह अपने बच्चे के स्ट्रेस में होने की पहचान कर सकते हैं।
स्ट्रेस को पहचानने के तरीके
सीधा सवाल पूछने से बचें - आपको अगर अपना बच्चा कुछ तनाव में लग रहा है तो उससे सीधे इसे लेकर बात करने से बचें। इसके बजाय उससे रूटीन से जुड़ी बातचीत करें और फिर उसकी फीलिंग्स का अंदाजा लगाने की कोशिश करें।
एक्टिविटी पर नजर रखें - आपका बच्चा तनाव में है या नहीं, इसका उसकी रूटीन एक्टिविटी पर नजर रखकर पता किया जा सकता है। बच्चे की एक्टिविटी में बदलाव या उसके व्यवहार में गुस्सा, चिढ़चिढ़ापन बढ़ना बच्चे के स्ट्रेस में होने के संकेत हो सकते हैं।
बच्चे को समय दें - बच्चे स्ट्रेस में है या नहीं, इसकी पहचान का सबसे अच्छा तरीका उसके साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताना है। इस दौरान आप बच्चे के मन की बात जानने की कोशिश कर सकते हैं और अगर वो किसी समस्या में दिखाई दे तो उसका समाधान कर सकते हैं।
उत्साह बढ़ाएं - किसी भी बच्चे को खुश रखने के लिए उसका उत्साह बढ़ाना बेहद जरूरी होता है। कई बार लाइफ में कुछ नयापन न होने पर भी धीरे-धीरे बच्चा स्ट्रेस में आ सकता है। बच्चा अगर डरा-डरा सा रहने लगे तो उसे समझने की कोशिश करें और प्यार से उसे मोटिवेट करें।
बातों पर दें ध्यान - बच्चा अगर आपसे कुछ शेयर करना चाहता है तो उसकी बात को बेहद ध्यान से सुनें। कई बार बच्चा कुछ गलत होने के बाद डर की वजह से कुछ शेयर नहीं कर पाता और स्ट्रेस में रहने लगता है। आप अगर उसकी बात सुनकर बिना डांटें उसे समझाएंगें तो वो भविष्य में होने वाले स्ट्रेस से आसानी से बच सकता है।
कामकाज में लें मदद - आप अपने बच्चे को अगर तनाव रहित रखना चाहते हैं तो उसे घर में भी ज्यादा से ज्यादा व्यस्त रख सकते हैं। उससे घर के कामकाज में हाथ बंटाने के लिए मदद लें। जब वो आपके ज्यादा क्लोज रहेगा तो तनाव से जुड़ी चीजों पर ज्यादा विचार नहीं करेगा।
गुस्सा न करें - बहुत से घर में बच्चे पैरेंट्स की वजह से स्ट्रेस में रहते हैं। छोटी-छोटी बातों पर पड़ने वाली डांट और मार बच्चे में भय पैदा कर देती है और उन्हें तनाव में ले आती है। ऐसे में आप बच्चे की कोई भी गलती पर उसे डांटने के बजाय पहले खुद को शांत करें फिर उसे प्यार से समझाएं।