Betel Benefits In Constipation: रात के खाने के बाद अक्सर लोगों को पान चबाते हुए देखा होगा। आज भी देश के कई हिस्सों में खाने के बाद पान खाने की परंपरा है। शादियों में भी मुखशुद्धि के लिए पान रखे जाते हैं। पान का पत्ता सिर्फ माउथ फ्रेशनर की तरह ही काम नहीं करता है, बल्कि इसमें मौजूद पोषक तत्व कब्ज, अपच, गैस जैसी पेट से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में भी मदद करते हैं।
इंडियन कल्चर में पान खाना रचा-बसा हुआ है। पान के पत्ते में एंटी इन्फ्लेमेटरी, एंटी डायबिटिक गुण पाए जाते हैं। इसके साथ ही एंटी अल्सर प्रॉपर्टीज, भी पान के पत्ते में मौजूद होती हैं। पान खाने से कार्डियोवस्कुलर हेल्थ में भी सुधार देखा जाता है। पुरानी कब्ज की समस्या से परेशान हैं तो पान के पत्ते असरदार साबित हो सकते हैं।
पुरानी कब्ज होगी दूर
आप अगर लंबे अर्से से कब्ज से परेशान हैं तो पान के पत्ते इस समस्या से राहत देने में मदद कर सकते हैं। पान के पत्ते एंटी ऑक्सीडेंट्स रिच होते हैं और ये शरीर के पीएच लेवल को बनाए रखते हैं। पान की तासीर गर्म होती है और ये गट हेल्थ को सुधारने का काम करते हैं। पान का पत्ता पेट से जुड़ी समस्याओं में राहत दिलाता है।
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इस तरह पान का पत्ता करें यूज
आप पुरानी कब्ज को दूर करना चाहते हैं तो पान के पत्ते को पहले पीस लें और पेस्ट को रातभर के लिए पानी में डालकर छोड़ दें। सुबह उठकर इस पानी को छाने और फिर खाली पेट पान के पत्ते वाला पानी पी लें। इसके अलावा एक गिलास पानी में पान का पत्ता डालकर उबाल लें। पानी आधा रह जाने पर गैस बंद कर दें और गिलास में निकाल लें। इस पानी को घूंट-घूंट करते हुए पीने से कब्ज से छुटकारा मिल जाएगा।
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एसिडिटी, खट्टी डकारें होंगी बंद
खाना ठीक से डाइजेस्ट न हो पाने पर खट्टी डकारें, एसिडिटी, गैस जैसी पेट से जुड़ी समस्याएं होने लगती हैं। इसे दूर करने के लिए पान के पत्ते असरदार होते हैं। आप पान के पत्ते को चबाकर खा सकते हैं या फिर मसाले वाला पान खाया जा सकता है। इससे पेट संबंधी समस्याएं दूर हो जाएंगी।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)