Bhandara Niyam: इन दिनों नवरात्र के अवसर पर जगह-जगह पर भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। भंडारे को लेकर हर किसी के मन में सवाल रहता है कि भंडारा खाना चाहिए या नहीं। हालांकि भंडारे को लेकर प्रेमानंद महाराज ने भी अपने प्रवचन के दौरान कुछ चीजें बताई हैं, जिसको लेकर वह काफी चर्चा में आए थे। आइए जानते हैं कि भंडारा खाते वक्त किन गलतियों से बचना चाहिए?

प्रेमानंद महाराज के आश्रम में प्रवचन सुनने आए एक व्यक्ति ने उनसे सवाल किया कि क्या फ्री में बंटने वाले भोजन या भंडारा सभी को खाना चाहिए? इस पर प्रेमानंद जी महाराज ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि कई बार मंदिर या अन्य जगहों पर भंडारा या फ्री में भोजन वितरित किया जाता है, जिसमें काफी भी लोग लाइन में लगे दिखाई देते हैं।

बिना किसी सहयोग के भंडारा खाने से बचना चाहिए
उन्होंने बताया कि अगर आप आर्थिक रूप से सक्षम हैं और बिना पैसे खर्च किए या बिना मेहनत के इस भोजन को ग्रहण कर रहे हैं, तो इसका पूरा लाभ दूसरे व्यक्ति को मिलने वाला है। यानी की अगर आप भंडारे को तभी खा सकते हैं। जब आपका आर्थिक या किसी प्रकार का श्रम लगा हो। अन्यथा ऐसे जगह भोजन करने से बचना चाहिए।

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निर्धन लोगों के लिए होता है भंडारा
प्रेमानंद महाराज बताते हैं कि यदि आप गृहस्थ जीवन में हैं तो आपको इस बात का जरूर ध्यान रखना चाहिए कि जो भंडारा या फ्री भोजन होता है, ​वह उन लोगों के लिए होता है जो दो वक्त की रोटी के लिए धन नहीं कमा सकते। ऐसे निर्धन और गरीब व्यक्ति के लिए भंडारा होता है। 

सक्षम लोगों को भंडारा खाने से बचना चाहिए
नवरात्र के अलावा भी भंडारा मंदिर या धार्मिक स्थानों पर किया जाता है। अगर आप आर्थिक रूप से सक्षम हैं तो आपको ऐसी जगह खाने से बचना चाहिए। अगर आप ऐसा नहीं करते तो आपके सारे पुण्य नष्ट हो जाएंगे। उन्होंने आगे बताया कि अगर आप प्रसाद ले ही रहे हैं तो आप कुछ न कुछ सहयोग जरूर करें।

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। haribhoomi.com इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।