Home Remedies : यूरिक एसिड का बढ़ना सही खानपान और जीवनशैली न होने के कारण तेजी से बढ़ रही है। अगर इसे समय पर कंट्रोल नहीं किया गया, तो यह गाठिया, जोड़ों में दर्द और किडनी स्टोन जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है। हालांकि लौकी और खीरे का जूस यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में बेहद फायदेमंद माना गया है। इसलिए आइए जानते इसे बनाने की विधि और इसके फायदे के बारे में...
बता दें, यूरिक एसिड एक प्रकार का वेस्ट प्रोडक्ट है, जो शरीर में प्यूरीन नामक पदार्थ के टूटने से बनता है। यह ज्यादातर जंक फूड, शराब और चीनी वाले पदार्थों के सेवन से बढ़ता है। जब किडनी इसे सही तरीके से फिल्टर नहीं कर पाती, तो यह रक्त में जमा होने लगता है, जिससे गाठिया, सूजन, और जोड़ों में दर्द जैसी समस्याएं पैदा होती हैं।
यूरिक एसिड के लिए लौकी-खीरे का जूस क्यों फायदेमंद है
लौकी और खीरे में पानी की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करती है। लौकी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो जोड़ों की सूजन को कम करते हैं। खीरा शरीर को ठंडक प्रदान करता है और यूरिक एसिड को नेचुरल तरीके से बाहर निकालने में मदद करता है। साथ ही, यह पाचन तंत्र को बेहतर बनाकर मेटाबॉलिज्म को सुधारता है।
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लौकी-खीरे का जूस बनाने की विधि
- 1 कप ताजी लौकी- छोटे टुकड़ों में कटी हुई
- ⅓ कप खीरा- टुकड़ों में कटा हुआ
- 4-5 पुदीने की पत्तियां
- आधा नींबू
- स्वादानुसार काला नमक
- सबसे पहले लौकी और खीरे के टुकड़ों को धोकर मिक्सर में डालें।
- इसमें पुदीने की पत्तियां और आधा कप पानी मिलाएं।
- सभी चीजों को अच्छे से ब्लेंड कर लें।
- जूस को छानकर एक गिलास में निकालें।
- ऊपर से नींबू का रस और काला नमक मिलाकर पी लें।
जूस पीने का सही समय और मात्रा
लौकी-खीरे का जूस सुबह खाली पेट पीना सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है। यह शरीर को डिटॉक्स करने के साथ-साथ यूरिक एसिड के लेवल को भी कम करता है। इसलिए रोजाना एक गिलास लौकी-खीरे का जूस पिएं। इस जूस को दो हफ्तों तक नियमित रूप से पीने से आपको असर दिखाई देने लगेगा।
(Desclaimer): यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। हरिभूमि इसकी पुष्टि नहीं करता, यदि आपको किसी तरह की गंभीर समस्या है तो इसे अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।