डिनर के बाद मीठा खाने की आदत बना सकती है शुगर का मरीज! एक्सपर्ट से समझें कैसे पैदा होती है परेशानी

Dessert Side Effects: मीठा खाने का शौक बहुत से लोगों को होता है। कई तो डिनर के बाद खासतौर पर डेजर्ट लेना पसंद करते हैं। खाने के बाद मीठे की आदत भले ही मन को संतुष्टि देती हो, लेकिन शरीर के लिहाज से ये हैबिट आपको जीवनभर की बड़ी बीमारी दे सकती है। जी हां, एक्सपर्ट्स की मानें तो डिनर के बाद रोजाना डेजर्ट लेने से टाइप 2 डायबिटीज होने का रिस्क काफी बढ़ जाता है। ऐसे में जरूरी है कि समय रहते ही इस आदत को कंट्रोल कर लिया जाए, जिससे बड़ी बीमारी के खतरे को कम किया जा सके।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक रात में मीठा खाने की आदत से मेटाबॉलिज्म और स्लीपिंग पैटर्न पर भी प्रभाव पड़ता है और लॉन्ग टर्म की परेशानियां पैदा हो सकती हैं। कोकिलाबेन धीरूबाई अंबानी हॉस्पिटल, मुंबई की चीफ डाइटिशियन भक्ति सामंत कहती हैं कि ज्यादा मात्रा में शुगर शरीर में पहुंचने पर ये इंसुलिन रेसिस्टेंट को बढ़ावा देती हैं और इससे टाइप 2 डायबिटीज के होने का खतरा काफी बढ़ जाता है। सामंत के अनुसार 'शरीर में मौजूद अतिरिक्त शुगर फैट में कन्वर्ट होती है, जो कि मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करती है और मोटापा बढ़ाती है।'
शुगर से भरी चीजों का लगातार सेवन करने से ये ट्राइग्लाइसेराइड लेवल को बढ़ाती है और इससे कार्डियोवस्कुलर इशू भी पैदा होने लगते हैं। इसके साथ ही हाई शुगर लेवल रहने पर इससे तनाव और इन्फ्लेमेशन की समस्या भी बढ़ती है, ये आदत समय से पहले बूढ़ा करने के साथ ही गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ाती है।
रोज डेजर्ट लेना क्या हानिकारक है?
- अतिरिक्त शुगर का सेवन वजन बढ़ना, इंसुलिन रेसिस्टेंस, डायबिटीज का बढ़ना और कार्डियोवस्कुलर डिजीज से जुड़ा है।
- लगातार ज्यादा मात्रा में मीठा खाने से गंभीर सूजन पैदा करने के साथ ही मेटाबॉलिज्म खराब करता है। साथ ही हार्मोनल बैलेंस को बिगाड़ता है।
- डायबिटीज, हार्ट डिजीज, मेटाबॉलिक डिसऑर्डर जैसी समस्याएं पैदा होने का खतरा बढ़ सकता है।
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