Climber Vegetables: बागवानी के लिए जुलाई-अगस्त का महीना बेहद मुफीद होता है। इस मौसम में उगाए गए ज्यादातर पौधों के ग्रो करने की संभावनाएं काफी ज्यादा रहती हैं। आप अगर गार्डनिंग का शौक रखते हैं तो इस सीजन में अपने घर में बेल वाली सब्जियों को उगा सकते हैं। इनमें तोरई, लौकी, गिलकी, करेला आदि शामिल हैं। इन बेल वाली सब्जियों को कम देखभाल में भी आसानी से बढ़ा सकते हैं। 

बेल वाली सब्जियों को गमले में या जमीन पर कहीं भी रोपा जा सकता है। आपने अगर रूफ गार्डन बना रखा है तो इन सब्जियों को वहां भी उगा सकते हैं। आइए जानते हैं बेल वाली सब्जियों को घर पर उगाने का तरीका। 

इस तरह उगाएं सब्जियां
बारिश के दिनों में आप बेल वाली सब्जियों को उगाना चाहते हैं तो सही सब्जियों का चुनाव करें। इन दिनों में घर में लौकी, करेला, खीरा, भिंडी जैसी बेल वाली सब्जियों को प्लांट किया जा सकता है।

इन सब्जियों को थोड़ी सी देखभाल में ही हासिल किया जा सकता है। अच्छी गुणवत्ता वाले बीजों का चुनाव करें जो मानसून के लिए उपयुक्त हों। आप स्थानीय बीज स्टोर से या ऑनलाइन बीज खरीद सकते हैं।

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गोबर की खाद मिलाएं
बेल वाली सब्जियों को अच्छी जल निकासी वाली, ढीली और उपजाऊ मिट्टी की आवश्यकता होती है। मिट्टी में अच्छी मात्रा में गोबर की खाद या कम्पोस्ट मिलाएं। इन सब्जियों को मानसून की शुरुआत में, जून से जुलाई के बीच बोया जा सकता है। बीजों को 2-3 इंच की गहराई और 6-8 इंच की दूरी पर बोएं।

बेल को सहारा दें
बेल को नियमित रूप से पानी दें, खासकर जब पौधे छोटे हों। मिट्टी को नम रखें, लेकिन गीली नहीं। पौधों की वृद्धि के दौरान, हर 2-3 सप्ताह में एक बार गोबर की खाद या कंपोस्ट का घोल दें। बेल वाली सब्जियों को चढ़ने के लिए सहारे की आवश्यकता होती है। आप लकड़ी के खंभे, बांस की छड़ें या जाली का उपयोग कर सकते हैं।

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कीटनाशकों का उपयोग
नियमित रूप से खरपतवारों को हटाते रहें। खरपतवार पानी और पोषक तत्वों के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं। आम कीटों और रोगों से बचाने के लिए जैविक कीटनाशकों और कवकनाशकों का उपयोग करें। सब्जियां पूरी तरह से विकसित होने पर तोड़ने के लिए तैयार होती हैं।