Headache Causes: सिरदर्द को अक्सर हम सामान्य थकान, नींद की कमी या तनाव से जोड़कर नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सिर में बार-बार या लगातार दर्द होना केवल एक साधारण हैडेक नहीं, बल्कि कई बार यह शरीर में चल रही गंभीर बीमारियों का संकेत हो सकता है? ऐसे लक्षणों को नजरअंदाज करना भविष्य में बड़ी स्वास्थ्य समस्या का कारण बन सकता है।
शरीर में कोई भी बार-बार होने वाली तकलीफ अपने आप में एक संदेश होती है कि अंदर कुछ गड़बड़ है। सिरदर्द भी ऐसा ही एक संकेत है, जो कई बार हाई ब्लड प्रेशर, माईग्रेन, साइनस या न्यूरोलॉजिकल समस्याओं से जुड़ा हो सकता है। आइए जानते हैं कि सिरदर्द किन गंभीर बीमारियों का लक्षण हो सकता है और कब इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए।
5 बीमारियों में होता है सिरदर्द
हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप)
अगर सिर के पीछे या माथे में भारीपन और दबाव के साथ सिरदर्द महसूस हो, तो यह हाई ब्लड प्रेशर का संकेत हो सकता है। कई बार लोग इस दर्द को सामान्य थकान समझते हैं, लेकिन अनियंत्रित ब्लड प्रेशर से ब्रेन स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ सकता है। इसलिए सिरदर्द के साथ चक्कर या धुंधला दिखना हो, तो तुरंत डॉक्टर से जांच करवानी चाहिए।
माइग्रेन
माइग्रेन एक न्यूरोलॉजिकल कंडीशन है जिसमें सिर के एक तरफ तेज़ धड़कता हुआ दर्द होता है। इसके साथ मतली, उल्टी, रोशनी या आवाज़ से संवेदनशीलता जैसे लक्षण भी हो सकते हैं। माइग्रेन का दर्द घंटों से लेकर कई दिनों तक रह सकता है। इसे हल्के सिरदर्द से अलग पहचानना और समय रहते इलाज करवाना ज़रूरी है।
इसे भी पढ़ें: Foods For Happy Mood: छोटी सी बात पर हो गया है स्ट्रेस? फटाफट खा लें 5 चीजें, हैप्पी हो जाएगा मूड
साइनस इंफेक्शन
अगर सिरदर्द के साथ नाक बंद रहना, चेहरे पर दबाव या आंखों के आसपास दर्द हो, तो यह साइनस का संकेत हो सकता है। साइनस की समस्या में सिर झुकाने पर दर्द बढ़ जाता है। यह स्थिति अक्सर एलर्जी या बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण होती है और इलाज की जरूरत होती है।
ब्रेन ट्यूमर या न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर
कभी-कभी लगातार और असहनीय सिरदर्द, जो सामान्य दर्दनिवारक दवाओं से ठीक न हो, ब्रेन ट्यूमर या अन्य न्यूरोलॉजिकल समस्याओं का लक्षण हो सकता है। इसके साथ उल्टी, दौरे या दृष्टि में बदलाव जैसे लक्षण भी दिख सकते हैं। ऐसे मामलों में एमआरआई या सीटी स्कैन की जरूरत होती है।
इसे भी पढ़ें: Fennel Seeds: गर्मी में पेट के लिए रामबाण है यह हरा मसाला, जलन-एसिडिटी से दिलाएगा राहत, इस तरह करें सेवन
गर्दन की नसों में खिंचाव या सर्वाइकल
अगर गर्दन के पीछे से शुरू होकर सिर तक दर्द पहुंचे, तो यह सर्वाइकल स्पॉन्डिलोसिस या मांसपेशियों में खिंचाव के कारण हो सकता है। लंबे समय तक गलत पोस्चर, लैपटॉप या मोबाइल का अधिक उपयोग इसका कारण बन सकता है। यह दर्द गर्दन हिलाने पर और तेज हो जाता है।
हर सिरदर्द सिर्फ सामान्य हैडेक नहीं होता। अगर यह बार-बार होता है, असहनीय हो या अन्य लक्षणों के साथ जुड़ा हो, तो इसे गंभीरता से लेना चाहिए। समय रहते जांच और सही इलाज से न सिर्फ बड़ी बीमारी को रोका जा सकता है, बल्कि स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाया जा सकता है।
(Disc।aimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ/डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)