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Vajrasana Benefits: वज्रासन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। पेट संबंधी समस्याओं में वज्रासन करने से लाभ मिलता है। जानते हैं वज्रासन करने के फायदे और अभ्यास का तरीका।

Vajrasana Benefits: खाने के बाद किया जाने वाला एकमात्र योगासन है वज्रासन। स्वास्थ्य के लिहाज से वज्रासन का अभ्यास बेहद लाभकारी हो सकता है। पाचन संबंधी परेशानियों में वज्रासन का नियमित अभ्यास बड़े फायदे दिला सकता है। वज्रासन करने से पीठ दर्द में भी आराम मिलता है। वज्रासन एक बेहद सरल योगासन है जिसे किसी भी उम्र के लोग आसानी से कर सकते हैं। 

वज्रासन को डायमंड पोज़ भी कहा जाता है और यह आसन बैठकर किया जाता है। इसे करने से डाइजेशन में सुधार के साथ डायबिटीज कंट्रोल करने और स्ट्रेस घटाने में भी मदद मिलती है। 

वज्रासन के फायदे

पाचन क्रिया में सुधार: वज्रासन पाचन अंगों की मालिश करता है और रक्त प्रवाह को बढ़ाता है, जिससे पाचन क्रिया में सुधार होता है। यह कब्ज, अपच और गैस जैसी पाचन समस्याओं को दूर करने में भी मददगार हो सकता है।

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डायबिटीज को नियंत्रित करता है: वज्रासन रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह मधुमेह के रोगियों के लिए फायदेमंद हो सकता है।

तनाव कम करता है: वज्रासन मन को शांत करता है और तनाव कम करने में मदद करता है। यह चिंता और अवसाद से राहत दिलाने में भी मददगार हो सकता है।

पीठ दर्द से राहत: वज्रासन रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है और पीठ दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है। यह आसन रीढ़ की हड्डी को सीधा रखने में भी मदद करता है।

कूल्हों और घुटनों को मजबूत करता है: वज्रासन कूल्हों और घुटनों को मजबूत और लचीला बनाता है। यह गठिया और अन्य जोड़ों के दर्द को दूर करने में मददगार हो सकता है।

वजन घटाने में मदद करता है: वज्रासन चयापचय को बढ़ाता है और वजन घटाने में मदद करता है।

एकाग्रता में सुधार करता है: वज्रासन एकाग्रता और ध्यान को बेहतर बनाने में मदद करता है।

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वज्रासन करने का तरीका
एक समतल सतह पर बैठ जाएं। अपने पैरों को सामने की ओर फैलाएं। धीरे-धीरे अपने घुटनों को मोड़ें और अपने पैरों के तलवों को जमीन पर रखें। अपनी एड़ियों को एकदम पास लाएं। अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें और अपनी छाती को चौड़ा करें। अपने हाथों को अपनी गोद में रखें, हथेलियों को ऊपर की ओर करके। अपनी आंखें बंद करें और गहरी सांस लें। 5-10 मिनट तक इसी स्थिति में रहें।

इन बातों का रखें ख्याल

  • यदि आपको घुटने या टखने में दर्द है, तो आप वज्रासन के बजाय पद्मासन या सुखासन कर सकते हैं।
  • यदि आप गर्भवती हैं, तो वज्रासन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।

(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ, डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)

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