अस्थमा होने पर सांस लेने में कठिनाई होती है और रोगी को सांस फूलने, खांसी और सीने में जकड़न जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में जीवन जीना काफी मुश्किल भरा हो जाता है। इसलिए कुछ घरेलू उपाय अपनाकर अस्थमा को नियंत्रित किया जा सकता है और इससे राहत पाई जा सकती है।

अस्थमा के लिए घरेलू उपचार

अस्थमा का कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन कुछ घरेलू उपाय इसे नियंत्रित करने में सहायक हो सकते हैं। यहां कुछ घरेलू नुस्खे दिए गए हैं, जिन्हें अपनाकर अस्थमा के लक्षणों में राहत पाई जा सकती है। 

अदरक

अदरक अस्थमा के इलाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। अदरक में सूजन को कम करने वाले गुण होते हैं, जो नलियों को खोलने और सांस लेने में राहत प्रदान करते हैं। आप अदरक की चाय बना सकते हैं या अदरक का रस शहद के साथ मिलाकर सेवन कर सकते हैं।

हल्दी

हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो अस्थमा के लक्षणों को कम करने में सहायक हैं। रोजाना हल्दी वाला दूध पीना अस्थमा के मरीजों के लिए लाभकारी हो सकता है।

तुलसी

तुलसी के पत्ते अस्थमा के लिए एक बेहतरीन घरेलू उपाय माने जाते हैं। तुलसी में एंटीबायोटिक गुण होते हैं, जो श्वसन तंत्र को साफ रखने में मदद करते हैं। तुलसी के पत्तों को शहद के साथ सेवन करना अस्थमा में राहत प्रदान करता है।

लहसुन

लहसुन अस्थमा की समस्या को नियंत्रित करने में सहायक होता है। इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण श्वसन नलियों में सूजन को कम करने में मदद करते हैं। लहसुन की कुछ कलियों को उबालकर दूध के साथ सेवन करना लाभकारी हो सकता है।

मुलेठी

मुलेठी अस्थमा के उपचार में उपयोगी होती है। इसमें प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो श्वसन मार्ग की सूजन को कम करते हैं। मुलेठी की चाय पीने से अस्थमा में राहत मिलती है।