Tomato Plantation: टमाटर वैसे तो फल के अतंर्गत आता है, लेकिन हमारे यहां सब्जी के तौर पर खूब प्रचलित है। कई सब्जियां बिना टमाटर के अधूरी हैं। इतना ही नहीं टमाटर का उपयोग अन्य फूड डिशेस में भी किया जाता है। आप अगर ताजे लाल रसीले टमाटर खानाा चाहते हैं तो इन्हें घर में भी उगा सकते हैं। गार्डनिंग का शौक रखने वाले लोग घर के गमल में भी टमाटर के पौधे को उगा सकते हैं। 

टमाटर के पौधे को गमले में लगाने के बाद उसकी थोड़ी सी देखभाल जरूरी है। इससे ही कुछ ही वक्त में टमाटर का पौधा फलों से लदा नजर आएगा। आइए जानते हैं गमले में टमाटर को उगाने की आसान विधि। 

गमले में टमाटर कैसै उगाएं?

सामग्री

गमला: टमाटर के पौधे के लिए गहरा और चौड़ा गमला चुनें। कम से कम 12 इंच गहरा और 10 इंच चौड़ा गमला होना चाहिए।

मिट्टी: अच्छी गुणवत्ता वाली मिट्टी का उपयोग करें। आप बाजार से तैयार मिट्टी या खाद और मिट्टी का मिश्रण भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

बीज या पौधा: आप टमाटर के बीज बो सकते हैं या फिर नर्सरी से तैयार पौधा खरीद सकते हैं।

खाद: नियमित रूप से पौधे को खाद देने के लिए जैविक खाद का उपयोग करें।

इसे भी पढ़ें: Gardening Tips: गमले में भी आसानी से उग जाता है हरा धनिया, सब्जी की बढ़ाता है लज्ज़त, प्लांटेशन का सीखें तरीका

गमले में टमाटर उगाने के चरण
गमले के नीचे छेद होने चाहिए ताकि पानी निकल सके। गमले को मिट्टी से भरें। बीज को मिट्टी में दबाकर हल्का सा ढक दें। पौधे को गमले में लगाते समय ध्यान रखें कि जड़ें अच्छी तरह से फैल सकें। पौधे को नियमित रूप से पानी दें। मिट्टी को हमेशा नम रखें लेकिन गीला नहीं।

हर 15 दिन में एक बार पौधे को जैविक खाद दें। पौधे को धूप वाली जगह पर रखें। जब पौधा बड़ा हो जाए तो उसे किसी सहारे के साथ बांध दें। समय-समय पर पौधे को कीड़ों और बीमारियों से बचाने के लिए जैविक कीटनाशक का उपयोग करें।

इसे भी पढ़ें: Rose Plantation: रंग-बिरंगे गुलाबों से भर जाएगा बगीचा, घर में 2 तरीकों से लगाएं; दिल छू लेगी बगिया की खूबसूरती

टिप्स
किस्म: आप अपनी पसंद के अनुसार टमाटर की कोई भी किस्म उगा सकते हैं।
गमले का आकार: पौधे के आकार के अनुसार गमले का आकार चुनें।
मिट्टी: मिट्टी को हमेशा नम रखें लेकिन गीला नहीं।
खाद: जैविक खाद का उपयोग करें।
सूरज की रोशनी: पौधे को पर्याप्त धूप दें।
कीड़े और बीमारियां: समय-समय पर पौधे की जांच करते रहें और कीड़े या बीमारियों के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत उपचार करें।