Travel Tips: 'माहिष्मति' साम्राज्य के इर्द-गिर्द बनी फिल्म बाहुबली को खूब पसंद किया गया था। आपको बता दें कि हकीकत में भी 'माहिष्मति' मौजूद है। इतिहासकारों की मानें तो मध्यप्रदेश के एक छोटे से शहर महेश्वर को कभी 'माहिष्मति' के नाम से पहचाना जाता था। इस नगरी का नाता देवी अहिल्याबाई होल्कर से भी रहा है। खरगोन जिले के अंतर्गत आने वाले महेश्वर की नेचुरल ब्यूटी देखते ही बनती है। नर्मदा के तट पर स्थित ये छोटा सा शहर अपनी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर के लिए अलग पहचान रखता है।
मध्य प्रदेश का शहर महेश्वर नर्मदा नदी के किनारे बसा हुआ एक खूबसूरत शहर है। यह शहर अपने ऐतिहासिक किले, मंदिरों और हस्तशिल्प के लिए जाना जाता है। अहिल्याबाई होल्कर के शासनकाल में महेश्वर अपनी शोभा के चरम पर था। आज भी इस शहर में उस गौरवशाली अतीत के निशान देखने को मिलते हैं।
आप अगर कभी महेश्वर में विजिट करने का प्लान करें तो यहां आकर कुछ जगहों को देखना बिल्कुल भी न भूलें। ये फैमिली के साथ घूमने वाला एक बेहतरीन स्थल है। आइए जानते हैं महेश्वर के कुछ खास स्थानों के बारे में।
इसे भी पढ़ें: Kumbhalgarh Fort: राजस्थान का ये पहाड़ी किला हमेशा रहा है अजेय, विश्व धरोहर में है शामिल, जरूर करें यहां विजिट
महेश्वर की 5 लोकप्रिय जगहें
होल्कर किला - महेश्वर का होल्कर किला नर्मदा नदी के किनारे स्थित एक विशाल किला है। इस किले का निर्माण 16वीं शताब्दी में हुआ था। किले के अंदर कई महल, मंदिर और हवेलियां हैं। किले से नर्मदा नदी का मनोरम दृश्य दिखाई देता है।
अहिल्याबाई का महल - अहिल्याबाई का महल होल्कर किले के अंदर स्थित है। यह महल अहिल्याबाई होल्कर का निवास स्थान था। महल की दीवारों पर खूबसूरत चित्रकारी और नक्काशी देखने को मिलती है।
राजराजेश्वर मंदिर - राजराजेश्वर मंदिर महेश्वर का एक प्राचीन मंदिर है। इस मंदिर का निर्माण 11वीं शताब्दी में हुआ था। मंदिर में भगवान शिव की मूर्ति स्थापित है।
नर्मदा घाट - नर्मदा घाट महेश्वर का सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यहां लोग नर्मदा नदी में स्नान करते हैं और पूजा करते हैं। घाट के किनारे कई मंदिर हैं। यहां नाव से नर्मदा नदी की विजिट एक अलग ही सुकून प्रदान करती है।
इसे भी पढ़ें: Indore Places: इंदौर के नजदीक ये 5 जगहें हैं बेहद खास, मानसून में बढ़ जाता है घूमने का मज़ा, जानें इनके बारे में
छत्रियां - महेश्वर में कई खूबसूरत छत्रियां हैं। इन छत्रियों का निर्माण होल्कर शासकों के स्मरण में किया गया था। छत्रियों पर खूबसूरत नक्काशी देखने को मिलती है।
रेवाकेंद्र संग्रहालय - रेवाकेंद्र संग्रहालय में होल्कर शासकों से जुड़े कई ऐतिहासिक वस्तुएं रखी हुई हैं। यहां आप प्राचीन हथियार, कपड़े, गहने और चित्रकारी देख सकते हैं।