Prepare garden at home: मई महीने के इन आखिरी दिनों में या जून के पहले सप्ताह में अगर आप भिंडी, बींस, ककड़ी, खीरा, सेम, बींस, टमाटर, हरी मिर्च और कद्दू के बीज अपनी बगिया में बो दें तो जुलाई आते-आते बगिया हरी-भरी और फलदार हो जाएगी। इसके लिए पहले आपको बगिया को तैयार करना होगा।
मिट्टी और खाद: आपके पास गार्डनिंग के लिए जमीन हो या गमले, सबसे पहले उर्वर मिट्टी बनानी होगी। इसके लिए सबसे पहले धूप में मिट्टी को अच्छे से सुखा लें। इससे मिट्टी के अंदर मौजूद कीड़े-मकोड़े मर जाएंगे। मिट्टी को सूखी और भुरभुरी बनाने के बाद उसमें देसी गोबर की खाद मिला लें। इसे भी एक दो दिन मिट्टी के साथ ही सुखा लें। इससे खाद और मिट्टी के अंदर की नमी की वजह से मौजूद कीट और बैक्टीरिया खत्म हो जाएंगे। अच्छी तरह से धूप में कई दिनों तक रहने से मिट्टी के अंदर मौजूद खर-पतवार भी खत्म हो जाते हैं। अब जमीन की मिट्टी या हर गमले की मिट्टी में 2 से 3 गिलास पानी डाल दें। अगले दिन शाम तक पानी सूख जाएगा और मिट्टी हल्की भुरभुरी हो जाएगी और उसके अंदर नमी भी मौजूद होगी।
बीजों की बुवाई: अब नम मिट्टी में एक से डेढ़ इंच गहराई में सब्जियों के बीज दबा दें और ऊपर से मिट्टी बराबर कर दें। मिट्टी बराबर करने के बाद थोड़ा सा पानी भी जरूर डाल दें। अगर सब्जियों के बीजों को मिट्टी में दबाने के पहले कुछ घंटों तक पानी में भिगोकर रखेंगी तो वे बहुत आसानी से और जल्दी उग आते हैं। ऐसा करने से सिर्फ दो-तीन दिन के भीतर ये बीज उग आएंगे। अगर सब्जियों के बीज आपके अनुमान के मुताबिक जल्दी न उग रहे हों तो परेशान न हों, हो सकता है नमी में कुछ कमी हो, तो एक-दो दिन बाद उग आएंगे।
अंकुर का रखें ध्यान: जब बीज अंकुरित होकर बाहर निकल आएं, तो उसे सीधी और तीखी धूप से बचाना जरूरी है। कम से कम एक हफ्ते तक कड़क धूप के समय उन्हें छाया में रखना चाहिए। एक हफ्ते के बाद पौधे धूप सहने लायक हो जाएंगे। जब पौधे 10 से 15 दिन के हो जाएं तो किसी विशेषज्ञ से पूछकर उन पौधों में लगने वाले कीड़ों से बचाव के लिए कीटनाशक छिड़क दें। नियमित रूप से पौधों को न सिर्फ पानी देती रहें बल्कि देसी खाद भी देते रहना जरूरी है। 20 से 25 दिन के बाद आपके पौधे लहलहाने लगेंगे।
मिलने लगेंगी सब्जियां: एक महीने के बाद पौधों में फूलने की शुरुआत होने लगेगी। 35 से 45 दिनों बाद आप अपनी बगिया की हरी-हरी खूबसूरत भिंडी की सब्जी खा रही होंगी। इसके कुछ ही दिनों बाद आपको कद्दू, टमाटर, सेम और बींस के फल भी मिलने लगेंगे। बारिश की बूंद पड़ने के बाद इनमें और तेजी से फल उगने लगेंगे। यानी जुलाई-अगस्त तक आते-आते आपने जो भी सब्जियां लगाई होंगी, सभी फल देने लगेंगे।