Raw Vs Roasted Peanuts: कच्ची मूंगफली या भुनी मूंगफली, सेहत के लिए कौन बेहतर? न्यूट्रिशन जानकर खुद लें फैसला

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कच्ची और भुनी मूंगफली में कौन ज्यादा बेहतर है?
Raw Vs Roasted Peanuts: लगभग सभी लोग मूंगफली किसी न किसी रूप में खाते हैं। आप अगर जानना चाहते हैं कि कच्ची मूंगफली ज्यादा बेहतर है या भुनी हुई। इस बात का निर्णय आर्टिकल पढ़कर आप खुद ले स

Raw Vs Roasted Peanuts: कभी कभी मूंगफली खाना एक आम आदत है, लेकिन सालभर इसका सेवन करने वाले भी कम नहीं हैं। लेकिन जब बात सेहत की आती है तो एक सवाल अक्सर लोगों को उलझन में डाल देता है – कच्ची मूंगफली ज्यादा फायदेमंद है या भुनी हुई? दोनों के अपने-अपने फायदे हैं, लेकिन एक्सपर्ट्स के अनुसार आपकी जरूरत और हेल्थ कंडीशन के अनुसार ही तय होना चाहिए कि कौन-सी मूंगफली आपके लिए बेहतर है।

मूंगफली को ‘गरीबों का काजू’ भी कहा जाता है, क्योंकि इसमें प्रोटीन, हेल्दी फैट्स, फाइबर, विटामिन E और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व भरपूर पाए जाते हैं। यह हार्ट हेल्थ से लेकर ब्लड शुगर कंट्रोल तक में फायदेमंद मानी जाती है। लेकिन इसे कैसे खाया जाए कच्चा या भुना यह सवाल आम है और इसका जवाब आपकी बॉडी की ज़रूरतों पर निर्भर करता है।

कच्ची मूंगफली – जब बात हो पोषण की पूरी मात्रा की
कच्ची मूंगफली में सबसे ज्यादा पोषण बरकरार रहता है क्योंकि इसे पकाया या गर्म नहीं किया जाता। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, फाइटोकेमिकल्स और हेल्दी फैट्स बिना किसी नुकसान के शरीर को मिलते हैं।

खास बात यह है कि इसमें नमक या ऑयल की मिलावट नहीं होती, जिससे यह हार्ट पेशेंट्स या हाई बीपी वालों के लिए एक बेहतर विकल्प हो सकती है। हालांकि, इसे पचाना थोड़ा कठिन हो सकता है और जिन लोगों को गैस की शिकायत होती है, उन्हें इससे थोड़ी सावधानी बरतनी चाहिए।

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भुनी मूंगफली – स्वाद और पाचन दोनों में बेहतर
भुनी मूंगफली खाने में ज्यादा स्वादिष्ट होती है और इसका पाचन भी अपेक्षाकृत आसान होता है। रोस्टिंग की वजह से इसकी नमी कम हो जाती है जिससे इसमें बैक्टीरिया या फंगल इंफेक्शन का खतरा घटता है।

बाजार में अक्सर नमक या मसालों के साथ मिलने वाली मूंगफली स्वाद तो बढ़ा देती है, लेकिन जरूरत से ज्यादा नमक और तेल इसके हेल्थ बेनिफिट्स को कम कर सकते हैं। इसलिए बिना नमक वाली भुनी मूंगफली एक बैलेंस्ड चॉइस मानी जा सकती है।

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कौन है ज्यादा बेहतर?
अगर आपकी प्राथमिकता ज्यादा पोषण और नैचुरल फॉर्म है, तो कच्ची मूंगफली सही विकल्प है। वहीं अगर आपको जल्दी पचने वाला, हल्का और स्वादिष्ट स्नैक चाहिए तो बिना नमक वाली भुनी मूंगफली का सेवन करें। डायबिटीज, हार्ट डिजीज या हाई बीपी के मरीजों के लिए डॉक्टर की सलाह से ही मूंगफली के प्रकार का चुनाव करना ज़रूरी है।

(Disc।aimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ/डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)

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