Shavasana Benefits: सारे योगासनों में शवासन सबसे आसान नजर आता है। हालांकि ये एक बेहद महत्वपूर्ण आसन है और इसका सिर्फ शारीरिक लाभ ही नहीं, बल्कि मानसिक लाभ भी मिलता है। योगासनों के अभ्यास के बाद आखिर में शवासन को करने की सलाह दी जाती है। शवासन का नियमित अभ्यास तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है। इसके साथ ही बीपी कंट्रोल करने में भी शवासन असरदार होता है।
शवासन के फायदे
तनाव और चिंता कम करता है: शवासन तनाव हार्मोन, कोर्टिसोल के स्तर को कम करने में मदद करता है, जिससे तनाव और चिंता कम होती है।
नींद में सुधार करता है: यह आसन अनिद्रा से पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद है। यह शरीर को शांत करके और मन को शांत करके बेहतर नींद लाने में मदद करता है।
रक्तचाप कम करता है: शवासन उच्च रक्तचाप वाले लोगों के लिए फायदेमंद है। यह रक्तचाप को कम करने में मदद करता है और हृदय गति को धीमा करता है।
पाचन में सुधार करता है: यह आसन पाचन तंत्र को उत्तेजित करने में मदद करता है, जिससे पाचन में सुधार होता है।
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मांसपेशियों में तनाव कम करता है: शवासन पूरे शरीर की मांसपेशियों को आराम देने में मदद करता है, जिससे थकान और दर्द कम होता है।
एकाग्रता में सुधार करता है: यह आसन मन को शांत करके और एकाग्रता बढ़ाकर ध्यान केंद्रित करने की क्षमता में सुधार करता है।
शवासन करने का तरीका
- शांत और आरामदायक जगह चुनें।
- एक योगा मैट या कंबल बिछाएं और उस पर पीठ के बल लेट जाएं।
- अपनी बाहों को अपने शरीर से थोड़ा दूर रखें, हथेलियां ऊपर की ओर हों।
- अपनी आँखें बंद करें और अपनी सांसों पर ध्यान दें।
- धीरे-धीरे और गहरी सांस लें।
- अपने शरीर के हर हिस्से को महसूस करें और किसी भी तनाव को छोड़ दें।
- कम से कम 5-10 मिनट तक इसी स्थिति में रहें।
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शवासन करते समय सावधानियां
- अगर आपको कोई पीठ या गर्दन की समस्या है, तो शवासन करते समय सिर और घुटनों के नीचे तकिया रखें।
- अगर आपको ठंड लगती है, तो आप अपने ऊपर एक कंबल ओढ़ सकते हैं।
- अगर आपको किसी भी प्रकार की असुविधा महसूस हो, तो शवासन करना बंद कर दें और आराम करें।
(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ, डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)