Solo Travelling Tips: यात्राएं हमें आनंदित ही नहीं करतीं, नई ऊर्जा से भरती भी हैं। किसी नई जगह जाना, वहां की संस्कृति को जानना, बहुत रोमांचक अनुभव है। हालांकि बीते कुछ वक्त से दुनिया को अकेले एक्सप्लोर करने की ख्वाहिश भी लोगों को में काफी बढ़ी है और इसी के साथ सोलो ट्रैवलिंग का चलन भी काफी बढ़ गया है। 

सोलो ट्रैवलिंग तो एक तरह से महिलाओं के लिए खुद से मुलाकात है। लेकिन इस मुलाकात में कोई बाधा ना आए, इसके लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। जानिए, कुछ जरूरी बातें, जिससे आपकी सोलो ट्रिप सुगम, सुखद और सुरक्षित रहेगी।

सोलो ट्रैवलिंग क्या है?
सोलो ट्रैवलिंग या अकेले यात्रा करना, एक ऐसा अनुभव है जिसमें आप किसी साथी या दोस्त के बिना किसी जगह की यात्रा करते हैं। यह एक रोमांचक और आत्म-खोज का अनुभव हो सकता है, जो आपको अपनी स्वतंत्रता का पता लगाने और नए लोगों और संस्कृतियों से जुड़ने का मौका देता है।

प्री-प्लानिंग है जरूरी
आप जब भी सोलो ट्रिप का मन बनाएं, तो सबसे पहले यह जरूरी है कि अपने पूरे ट्रिप का विस्तृत प्लान बना लें। आप जिस जगह ट्रैवल पर जा रही हैं, वहां होटल या होमस्टे की प्री-बुकिंग कर लें। आखिरी समय पर बुकिंग करने से आपको ना केवल ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं, आपको अपनी मनपसंद की अच्छी जगह भी नहीं मिलेगी। बुकिंग हमेशा किसी विश्वसनीय साइट से ही करें। होटल बुक करने से पहले रिव्यू जरूर पढ़ें। सिर्फ बुकिंग वेबसाइट के रिव्यूज पर भरोसा ना करें, गूगल रिव्यूज भी जरूर चेक करें।

इससे आपको विस्तृत जानकारी मिलेगी। साथ ही आप अपने पर्यटन स्थल की जिन जगहों को देखना चाह रही हैं, वहां से होटल की दूरी जरूर चेक कर लें ताकि आपको घूमने में कोई परेशानी ना हो। इसके अलावा अपनी यात्रा के दौरान आप कौन-कौन सी एक्टिविटीज करना चाहती हैं, उसे भी पहले से प्लानिंग में शामिल कर लें। ऐसा करने से आप अपनी सोलो ट्रिप को पूरी तरह से एंज्वॉय कर पाएंगी। 

लोकल लोगों से जुड़ें
सोलो ट्रिप के दौरान स्थानीय लोगों से मिलना और उनसे उस जगह की जानकारी लेना बहुत फायदेमंद रहता है। स्थानीय लोग आपको ऐसी जानकारी दे सकते हैं, जो आपको किसी गाइडबुक में नहीं मिलेगी। लोकल लोगों की मदद से ही आप वहां के खास फूड्स या चीजों की शॉपिंग का मजा ले सकती हैं।

अलग से डिसप्ले करें 
सामाजिक-सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सम्मिलित हों: जब आप किसी नई जगह पर जाएं तो आप वहां हो रहे सामाजिक-सांस्कृतिक कार्यक्रमों में जरूर सम्मिलित हों। इससे ना केवल आप वहां की संस्कृति को करीब से जान पाएंगी, नए लोगों से मुलाकात का भी अवसर मिलेगा। कई टूरिस्ट लोकेशंस पर एक खास समय पर सांस्कृतिक कार्यक्रम, मेले या म्यूजिक फेस्टिवल होते रहते हैं, इनमें भाग लेना आपकी यात्रा को और दिलचस्प बना देगा।

प्लान में फ्लेक्सिबिलिटी रखें
हालांकि प्री-प्लानिंग हमेशा ही  मददगार होती है, लेकिन यह भी जरूरी है कि आप अपने प्लान में थोड़ी फ्लेक्सिबिलिटी रखें। अगर किसी वजह से आपके प्लान में थोड़ा-बहुत चेंज हो आए तो उसे स्वीकार करें और वैकल्पिक योजनाएं तैयार रखें।

खुद का रखें ध्यान
सोलो ट्रिप पर सबसे जरूरी है कि आप खुद का पूरा ध्यान रखें। स्वच्छ भोजन खाएं, पर्याप्त नींद लें और अपने शरीर को आराम दें। नई जगह के एंवॉयर्नमेंट का प्रभाव आपके शरीर पर पड़ सकता है, इसलिए अच्छी न्यूट्रिशस डाइट लें और खुद को हाइड्रेटेड रखें। थकावट आपकी ट्रिप का मजा खराब कर सकती है, इसलिए खुद को स्वस्थ रखें। 

अपनी सुरक्षा का रखे ध्यान
सोलो ट्रैवलिंग के दौरान सेफ्टी सबसे महत्वपूर्ण है। अगर आप थोड़ी सावधानी बरतेंगी तो आप चिंतामुक्त होकर अपनी यात्रा का आनंद ले सकेंगी। हमेशा अपने साथ एक स्लिंग बैग या मनी बेल्ट जरूर रखें, जिसमें आपके जरूरी डॉक्यूमेंट्स और थोड़ा कैश हो। डिजिटल पेमेंट का उपयोग सिर्फ बड़ी दुकानों में ही करें। हर जगह क्यूआर कोड से पेमेंट करने से बचें, इससे हैकिंग का खतरा रहता है।

(वूमेन ट्रैवल स्टार्टअप पिंक सूटकेस की फाउंडर अर्पिता जोशी से हुई बातचीत पर आधारित