Vitamin D for Bone Health: बढ़ती उम्र में हड्ड्यिों का कमजोर होना आम बात है। उम्र बढ़ने के साथ ही शरीर में कैल्शियम की कमी होने लगती है और इसका नतीजा होता है कि हड्डियों की ताकत घटने लगती है। कई बार कैल्शियम रिच फूड्स खाने के बावजूद भी हड्डियों में मजबूती नहीं रह पाती है। इसके पीछे की वजह शरीर में विटामिन डी की कमी होना भी हो सकता है। 

बहुत से लोगों को लगता है कि कैल्शियम रिच फूड्स खाने भर से हड्डियां स्ट्रॉन्ग हो जाती हैं, लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। कैल्शियम के साथ शरीर में पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी का होना भी जरूरी है, तभी हड्डियों में जान आ सकती है। 

विटामिन डी की क्यों है जरूरत
हमारा पूरा शरीर हड्डियों के ढांचे पर ही टिका हुआ है। अगर हड्डियां वीक पड़ने लगेंगी तो पूरा शरीर बैठ जाएगा। msdmanuals.com के मुताबिक शरीर को मजबूती देने में कैल्शियम के साथ विटामिन डी का भी बड़ा रोल होता है। दरअसल, शरीर में कैल्शियम को एब्जॉर्ब करने के लिए विटामिन डी की जरूरत होती है। अगर शरीर में कैल्शियम की मात्रा ज्यादा हो जाए लेकिन विटामिन डी कम हो तो ये बड़ी परेशानी पैदा कर सकता है। 

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शरीर में कैल्शियम की मात्रा बढ़ जाने पर जोड़ों का दर्द, सूजन जैसी समस्याएं शुरू हो जाती हैं। विटामिन डी फूड से मिलने वाले कैल्शियम और फॉस्फेट को एब्जॉर्ब करने का काम करता है और ये दोनों ही कंपाउंड बोन्स को स्ट्रॉन्ग करने के लिए ठीक तरीके से अवशोषित होने जरूरी हैं। 

विटामन डी की कमी दूर करने के तरीके
विटामिन डी का सबसे अच्छा सोर्स सूरज की रोशनी होती है। सुबह के वक्त सूरज की रोशनी में आधा घंटा बिताने से बहुत हद तक शरीर में विटामिन डी की कमी को पूरा किया जा सकता है। इसके अलावा मछली, अंडा, फोर्टिफाइड फू्ड, मशरूम, संतरे का जूस समेत अन्य चीजों से विटामिन डी की कमी को कुछ हद तक पूरा किया जा सकता है। 

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कैल्शियम रिच फूड्स 
शरीर में अगर कैल्शियम की कमी है तो इसे पूरा करने में कई फूड्स मदद कर सकते हैं। इसमें आंवला, सोयाबीन, चिया सीड्स, ब्रोकली, बादाम जैसी चीजें शामिल हैं। इन्हें खाने से कुछ वक्त में ही शरीर में पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम पहुंच जाता है।