क्या है ब्लड प्रेशर की स्टेज 2, कब डॉक्टर को तत्काल दिखाने की होती है ज़रूरत, डिटेल में समझें Blood Pressure से जुड़ी ज़रूरी बातें

blood Pressure range
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ब्लड प्रेशर से जुड़ी ज़रूरी बातें।
Blood Pressure Range: ब्लड प्रेशर का कम या ज्यादा होना दोनों ही स्थिति खतरनाक होती है। हाई ब्लड प्रेशर लंबे वक्त तक रहने पर ये स्ट्रोक की वजह भी बन सकता है। बीपी से जुड़ी कुछ बातें जानना ज़रूरी हैं।

Blood Pressure Range: बीपी यानी ब्लड प्रेशर का कम या ज्यादा होना दोनों ही स्थिति खतरनाक हो सकती हैं। इन दोनों ही सूरतों में अलग-अलग तरह के लक्षण नज़र आते हैं। आजकल हाई ब्लड प्रेशर की समस्या भी बेहद कॉमन हो गई है। बेतरतीब लाइफस्टाइल के साथ ही तनाव भी इसकी बड़ी वजह बन गया है। बहुत लोग ब्लड प्रेशर से संबंधित कई छोटी-छोटी बातों के बारे में अनजान रहते हैं, कई लोग तो हाई बीपी से सालों से जूझने के बावजूद भी इसकी रेंज और रीडिंग को लेकर सही तरीके से नहीं जानते हैं।

बीपी हाई होने पर इसकी अनदेखी करना बहुत भारी पड़ सकता है। हाई ब्लड प्रेशर हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक की वजह भी बन सकता है। heart.org के मुताबिक आपको अगर हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है तो आपको लगातार ब्लड प्रेशर को जांचते रहना चाहिए। इस बीमारी पर काबू करने के लिए ये बेहद जरूरी है।

ब्लड प्रेशर की कैटेगरी

नॉर्मल रेंज - ब्लड प्रेशर बढ़ा है या घटा है, इसके लिए इसकी नॉर्मल रेंज क्या है ये जानना बेहद जरूरी होता है। ब्लड प्रेशर अगर 120/80 mm Hg (millimeters of mercury) से कम है तो इसे नॉर्मल माना जाता है। अगर हर बार बीपी चेक कराने पर अगर इसी रेंज के आसपास आपका ब्लड प्रेशर आता है तो आप सही दिशा में हैं और अपनी रोज़मर्रा की आदतों को जारी रखें।

एलिवेटेड बीपी - आपका ब्लड प्रेशर अगर ऊपर की रेंज में 120 से 129 mm Hg है और नीचे की रेंज में 80 mm Hg से कम है तो इसे रेंज से थोड़ा सा ज्यादा बीपी कहा जाता है। जिन लोगों का बीपी इस रेंज में रहता है उन्हें आगे हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होने की आशंका बढ़ जाती है।

हाइपरटेशन स्टेज 1 - हाइपरटेंशन स्टेज 1 ब्लड प्रेशर की उस स्टेज को कहा जाता है जब ब्लड प्रेशर की ऊपर की रेंज 130 से 139 mm Hg रहती है या फिर नीचे की रेंज 80 से 89 mm Hg रहती है। ब्लड प्रेशर की इस स्थिति में एक्सपर्ट्स लाइफस्टाइल में बदलाव की सलाह देते हैं और आपकी कुछ दवाइयां भी शुरू हो सकती हैं।

हाइपरटेंशन स्टेज 2 - ब्लड प्रेशर की इस स्थिति में ब्लड प्रेशर 140/90 mm Hg या इससे ज्यादा बना रहता है। इस स्थिति में चिकित्सक मरीजों को जीवनशैली में बदलाव लाने के साथ ही ब्लड प्रेशर मेडिकेशन का कॉम्बिनेशन प्रिस्क्राइब करते हैं।

हाइपरटेंसिव क्राइसिस - हाइपरटेंसिव क्राइसिस हाई ब्लड प्रेशर की उस स्थिति को कहा जाता है, जिसमें डॉक्टर को तत्काल दिखाने की जरूरत होती है। इस स्थिति में थोड़ी सी भी लापरवाही बड़ी मुश्किल पैदा कर सकती है। आपका ब्लड प्रेशर अगर 180/120 mm Hg या उससे ज्यादा रहता है तो ऐसे में ऑर्गन डैमेज होने के साइन नजर आ सकते हैं। जैसे - सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, कमर दर्द, कमजोरी, विजन में बदलाव आदि।

ब्लड प्रेशर की रेंज:

NORMAL LESS THAN 120 and/or LESS THAN 80
ELEVATED 120 – 129 and LESS THAN 80
HIGH BLOOD PRESSURE (HYPERTENSION) STAGE 1 130 – 139 or 80 – 89
HIGH BLOOD PRESSURE (HYPERTENSION) STAGE 2 140 OR HIGHER or 90 OR HIGHER
HYPERTENSIVE CRISIS (consult your doctor immediately) HIGHER THAN 180 and/or HIGHER THAN 120
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