Chaitra Navratri 2025: चैत्र नवरात्रि के खास मौके पर मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना करने के बाद कन्याओं को भोजन कराकर सुख-समृद्धि की कामना की जाती है। यह दिन विशेष रूप से मां सिद्धिदात्री को समर्पित होता है। इस दिन भक्तगण विधिवत पूजा-अर्चना कर मां की कृपा प्राप्त करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस दिन विशेष रंग के वस्त्र धारण करने से सकारात्मक ऊर्जा और आध्यात्मिक लाभ मिलता है?
बैंगनी रंग की साड़ी पहनें
चैत्र नवरात्रि के अंतिम दिन माता सिद्धिदात्री की पूजा के समय बैंगनी रंग की साड़ी पहनना शुभ माना जाता है। वहीं कन्या भोज के समय भी आप इसे पहन सकतीहैं। जब आप कन्याओं को भोजन कराते समय बैंगनी रंग की साड़ी पहनती हैं, तो यह आपकी आस्था और समर्पण को और अधिक गहरा बनाता है।
खुद को को इस तरह करें तैयार
- आप चाहे तो हल्के बैंगनी से लेकर गहरे बैंगनी रंग की साड़ी पहन सकती हैं।
- मां दुर्गा की भक्ति में लीन रहने के लिए हल्के और पारंपरिक आभूषणों को पहना जा सकता है। हालांकि चांदी के गहने इस दिन शुभ माने जाते हैं।
- आप गजरा या फूलों से अपने बालों को सजा सकती हैं।
- बहुत अधिक मेकअप करने से बचें। हल्का काजल, सिंदूर और चंदन का टीका आप पर खूबसूरत लगेगा।
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विधि विधान से माता सिद्धिदात्री की पूजा-अर्चना करें
- नवरात्रि के नवें दिन माता सिद्धिदात्री की पूजा विशेष रूप से विधिपूर्वक की जाती है।
- सबसे पहले स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें और पूजा स्थान को गंगाजल से शुद्ध करें।
- पूजा के लिए मां सिद्धिदात्री का चित्र या मूर्ति स्थापित करें और उन्हें बैंगनी या नीले रंग के फूल अर्पित करें।
- धूप, दीप, अगरबत्ती जलाकर मां की आराधना करें।
- माता को नारियल, हलवा-पूरी, चना, और फल अर्पित करें।
- 9 कन्याओं को आमंत्रित कर उनके पैर धोएं और उन्हें भोजन खिलाएं।
- आप चाहें तो 9 कन्याओं के साथ माता सिद्धिदात्री की आरती करके उनका आर्शीवाद ले सकती हैं।
चैत्र नवरात्रि 2025 के नवमी तिथि पर जब आप मां सिद्धिदात्री की पूजा करें और कन्या पूजन करें, तो बैंगनी रंग की साड़ी पहनना न भूलें। यह रंग शक्ति, अध्यात्म और सिद्धि का प्रतीक है, जो आपके पूजा-अर्चना को और अधिक प्रभावी बना सकता है।