Chhath Puja 2024: मंगलवार 5 नवंबर से छठ महापर्व की शुरुआत होने जा रही है और इस 4 दिन के कठिन व्रत का समापन 8 नवंबर को होगा। हिन्दू धर्म में यह त्योहार बहुत ही पवित्र माना जाता है। वहीं इस पर्व की शुरुआत नहाय-खाए से होती है और नहाए खाए के दिन व्रत रखने वाली महिलाएं सुबह स्नान करके नए वस्त्र पहनती हैं। साथ ही इस दिन लौकी-भात और चने की दाल प्रसाद के रूप में ग्रहण करती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सिर्फ लौकी-भात और चने की दाल ही क्यों खाई जाती है और इसका क्या महत्व है, अगर नहीं। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं.... 
 
लौकी की सब्जी खाने का महत्व

नहाय खाय के दिन खासतौर से लौकी की सब्जी बनती है। इसके पीछे मान्यता है हिन्दू धर्म में लौकी को बहुत पवित्र माना जाता है। इसके अलावा लौकी में पर्याप्त मात्रा में पानी होता है और इसमें लगभग 96 फीसदी पानी होता है। जिससे व्रत के दिनों में शरीर को ताकत मिलती है। इसके साथ ही इस दिन चने की दाल भी खाई जाती है और चने की दाल को लेकर मान्यता है कि चने की दाल बाकी दालों में सबसे अधिक शुद्ध होती है और वह व्रती को ताकत भी देती है। 

लौकी की सब्जी की सामग्री

  • तेल-1 बड़ा चम्मच
  • हींग- एक चुटकी
  • जीरा- 1 चम्मच
  • अदरक- 2 चम्मच (बारीक कटा हुआ)
  • धनिया पाउडर- 1 चम्मच
  • हल्दी पाउडर- 1/2 छोटा चम्मच
  • स्वादानुसार सेंधा नमक
  • हरा धनिया- 1 बड़ा चम्मच कटा हुआ

लौकी की सब्जी बनाने का तरीका

  • लौकी की सब्जी बनाने के लिए सबसे पहले साफ पानी से लौकी को धोएं।
  • फिर उसे छीलकर टुकड़ों में काट लें। साथ ही हरी मिर्च और हरा धनिया भी धोकर काट लें।
  • अब एक कड़ाही में तेल गर्म करें, उसमें हींग, जीरा डालें और तड़कने दें। 
  • फिर अदरक, हरी मिर्च डालें और हल्का भूरा होने तक भूनें।  
  • अब कटी हुई लौकी के टुकड़े डालें और उसमें अच्छी तरह से मिक्स करें। 
  • फिर इसे ढककर धीमी आंच पर 5 से 7 मिनट तक पकाएं और बीच-बीच में चलाते रहें।  
  • जब लौकी का पानी सूख जाए। तो हल्दी पाउडर, धनिया पाउडर डालकर मिक्स कर दें। 
  • साथ ही सेंधा नमक, हरा धनिया डालें और मिला लें।
  • अब मध्यम आंच पर लगभग 2 मिनट तक तेल अलग होने तक अच्छे से पकाएं।
  • बस अब आपकी गरमा-गरम लौकी की सब्जी तैयार है। भात और चने की दाल के साथ इसका आनंद लें।