Women Health : गर्भावस्था का समय खुशियों से भरा होता है, लेकिन इस दौरान महिलाओं को कई समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है। इन्हीं समस्याओं में से एक स्ट्रेच मार्क्स भी है। गर्भावस्था के 9 महीनों के दौरान शरीर में कई बदलाव होते हैं और इन बदलावों का असर त्वचा पर भी पड़ता है। ऐसे में कई महिलाओं को पेट, कमर और कूल्हों जैसी जगहों पर स्ट्रेच मार्क्स की समस्या हो जाती है। जो देखने में काफी ख़राब लगता है. लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखकर इससे बचा जा सकता है। गर्भावस्था के दौरान स्ट्रेच मार्क्स से बचने के लिए आप कुछ खास चीजें कर सकती हैं, जिससे स्ट्रेच मार्क्स कभी नहीं होंगे।
गर्भावस्था के समय अपने वजन को कंट्रोल करें
गर्भावस्था के दौरान वजन बहुत तेजी से बढ़ सकता है। लेकिन अतिरिक्त वजन बढ़ने से पेट और शरीर के अन्य हिस्सों पर तनाव पड़ता है। इस स्ट्रेच के कारण स्ट्रेच मार्क्स यानी सफेद निशान दिखाई देने लगते हैं। इसलिए गर्भावस्था के दौरान बहुत अधिक वजन बढ़ना ठीक नहीं है। डॉक्टर और डाइटिशियन से बात करके अपना डाइट चार्ट तैयार करें। अपने आहार में अधिक पौष्टिक आहार जैसे सब्जियां, फल, दालें, दूध आदि शामिल करें। इससे वजन नियंत्रित रहेगा और स्ट्रेच मार्क्स भी नहीं रहेंगे।
शरीर को हाइड्रेटेड रखें
गर्भावस्था के दौरान शरीर को हाइड्रेटेड रखना बहुत जरूरी है। गर्भावस्था के हार्मोन के कारण त्वचा शुष्क हो जाती है। रूखी त्वचा पर स्ट्रेच मार्क्स जल्दी बनते हैं। इसलिए गर्भावस्था के दौरान पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। प्रतिदिन 8-10 गिलास पानी अवश्य पियें। यह त्वचा को हाइड्रेट करता है यानी नमी बरकरार रखता है। इसका परिणाम यह होगा कि स्ट्रेच मार्क्स होने की संभावना कम हो जाएगी।
मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल करें
गर्भावस्था के दौरान त्वचा को नमीयुक्त रखना बहुत जरूरी है। गर्भावस्था-सुरक्षित मॉइस्चराइज़र का उपयोग किया जाना चाहिए। यह मॉइस्चराइज़र त्वचा की नमी बरकरार रखने में मदद करता है। गर्भवती महिलाओं के लिए सबसे अच्छा मॉइस्चराइज़र नारियल का तेल है। नारियल के तेल में विटामिन ई होता है जो त्वचा को पोषित और मुलायम रखता है। इसलिए गर्भावस्था के दौरान नारियल के तेल से मालिश करनी चाहिए। यह स्ट्रेच मार्क्स को रोकने में बहुत मददगार है।