Logo
Women Self Care: महिलाएं अपने परिवार की परवाह खुशी-खुशी करती हैं। जिसका नतीजा एक समय बाद यह होता है कि वे फिजीकली ही नहीं मेंटली अनहेल्दी रहने लगती हैं। इसलिए सेल्फ केयर बहुत जरूरी है। आप इस बात को भी जरूर समझें कि जब आप ही हेल्दी नहीं रहेंगी तो दूसरों की परवाह कैसे करेंगी। 

Women Self Care: अधिकतर भारतीय महिलाओं की पूरी जिंदगी, अपने घर-परिवार के सदस्यों की जरूरतें पूरी करने, उनकी परवाह करने में बीत जाती है। दूसरों की परवाह करने में वे इतनी व्यस्त रहती हैं कि अपने आपको ही भुला देती हैं। ना अपनी सेहत का ख्याल, ना अपने लुक्स-ड्रेसअप की चिंता और ना ही अपनी खुशियों की परवाह। इससे उनकी अपनी पर्सनालिटी दब जाती है। दूसरों को खुश करने की कोशिशों में वे अपनी खुशी को ही भुला देती हैं। हमें यह कभी नहीं भूलना चाहिए कि जब तक हम हेल्दी और खुश नहीं होंगे, तब तक दूसरों की भी केयर अच्छी तरह नहीं कर पाएंगे। अपनी जिम्मेदारियां पूरी तरह नहीं निभा पाएंगे। इसलिए अपनी केयर करना, खुद की खुशी का ख्याल रखना भी बहुत जरूरी है। इसके लिए हमें अपनी जीवनशैली को व्यवस्थित करने के साथ ही कुछ बातों पर अमल करना होगा, कुछ हैबिट्स को उसमें शामिल करना होगा। 

सेल्फिश होना नहीं है सेल्फ केयर(Self Care)
बहुत लोगों को यह लगता है कि अगर आप अपने बारे में सोचना शुरू कर देती हैं तो सेल्फिश हो जाती हैं। यह सोच सही नहीं है। अपनी केयर करने और सेल्फिश होने में बहुत फर्क होता है। सेल्फ केयर का सीधा सा मतलब यह है कि आप अपने को इग्नोर नहीं करती हैं। अपनी बॉडी, अपने माइंड, अपनी सोल और अपनी खुशी को भी तरजीह देती हैं। यानी जिस तरह आप दूसरों की केयर के लिए हर संभव कोशिश करती हैं, उसी तरह अपने पर भी पूरा ध्यान देती हैं। सेल्फ केयर बहुत डिटेल्ड टर्म है। इसमें बहुत सारे आस्पेक्ट्स शामिल होते हैं। इन सभी पर जब आप ध्यान देंगी तो पूरी तरह सेल्फ केयर कर पाएंगी.

फिजिकल केयर(Physical Care)
सेल्फ केयर में सबसे पहले फिजिकल केयर को लेकर एलर्ट रहना होता है। यह एक-दो दिन की बात नहीं, आपकी डेली लाइफस्टाइल का हिस्सा होना चाहिए। फिजिकल केयर की शुरुआत आप सुबह से ही कर सकती हैं। कोशिश करें सुबह थोड़ा जल्दी उठें। घर के आस-पास के पार्क या गार्डन में वॉकिंग करते हुए या बेंच पर बैठकर उगते हुए सूरज को देखें। सूरज की पहली किरणों की ऊर्जा और सुबह की ताजगी को अपने भीतर महसूस करें। इससे दिन भर आप बहुत एनर्जेटिक फील करेंगी। वहीं पार्क में या घर पर कुछ एक्सरसाइज या योगाभ्यास भी जरूर करें। घर लौटकर जब नहाने जाएं तो नहाने के पानी में कोई एसेंशियल ऑयल या नींबू डाल सकती हैं। इससे आप दिन भर अच्छा महसूस करेंगी। खुद से वादा करें कि अपनी डाइट का ध्यान रखेंगी। न्यूट्रिशन डाइट लेंगी। जंक फूड नहीं खाएंगी। रोजाना पूरी नींद लेंगी। इन सभी हैबिट्स से आपकी फिजिकल हेल्थ सही रहेगी।

मेंटल केयर (Mental Care)
मेंटल केयर का मतलब है कि मेंटल हेल्थ का भी ध्यान रखें। इसके लिए अपने मन में नेगेटिव बातों को बिल्कुल भी जमा ना होने दें। अगर कोई बात या घटना आपको तनाव दे रही है तो उसे खुद पर हावी नहीं होने दें। हमारी रूटीन लाइफ में बहुत कुछ ऐसा होता रहता है, जिस पर हमारा कंट्रोल नहीं रहता है। इसलिए हर कंडीशन में अपने आप को मेंटली रिलैक्स रखें। मन को शांत करने के लिए, तनाव से मुक्त होने के लिए रोजाना कुछ देर मेडिटेशन जरूर करें। इससे आप मेंटली स्ट्रांग होंगी और रोजमर्रा की बातें आपको डिप्रेस्ड या टेंशन नहीं दे पाएंगी।

सोशल केयर (Social Care)
फिजिकल और मेंटल केयर के साथ खुद को हैप्पी रखने के लिए सोशल केयर भी जरूरी है। इसके लिए जब भी आपको मौका मिले, उन लोगों से मिलकर या फोन पर ही बात करें, जिनसे बात करना आपको अच्छा लगता है। जिनसे बात कर आपको खुशी मिलती है। खास मौकों पर अपने रिलेटिव्स और फ्रेंड्स को बधाई देना ना भूलें। अगर आपको किसी बात से तकलीफ हो रही है तो उसे दिल में ना दबाएं। उसे ऐसे क्लोज लोगों से शेयर करें, जो आपकी बातों और भावनाओं को समझते हैं। 

स्पिरिचुअल केयर (Spiritual Care)
अपनी स्पिरिचुअल केयर करने के लिए हमेशा भरोसा बनाए रखें कि ईश्वर आपके साथ है। आपकी हर परेशानी का ईश्वर समाधान कर देंगे। इस खूबसूरत जिंदगी, घर-परिवार और स्वस्थ शरीर-मन के लिए ऊपर वाले का शुक्रिया अदा करें। जीवन के प्रति यह कृतज्ञता का भाव आपको पॉजिटिविटी से भर देगा। जीवन की हर परिस्थिति का सामना आप मुस्कुराते हुए कर लेंगी।

इमोशनल केयर (Emotional Care)
अपनी भावनाओं की कद्र करना, खुद का सम्मान करना और अपने आप से प्यार करना आपको इमोशनली स्ट्रॉन्ग बनाता है। इसके लिए अपनी हॉबीज को जरूर समय दें। आप वर्किंग हों या हाउसवाइफ, आपके पास टाइम की कितनी भी कमी हो, लेकिन किसी भी तरह अपनी खुशी वाले काम के लिए कुछ टाइम जरूर निकालें। आप इसके लिए डायरी में  वीकली प्लान बना सकती हैं कि आपको क्या करना है? अगर मूवी देखने का शौक है तो वीकली या मंथली मूवी देखें। म्यूजिक का शौक है तो कुछ देर सुनें। खुद को प्रेजेंटेबल और अट्रैक्टिव दिखने के लिए अच्छी ड्रेस वियर करें। दूसरों के सामने सलीके से पेश आएं। इससे सामने वाले को ही नहीं, खुद आपको भी खुशी मिलेगी। 

प्रोफेशनल केयर (Professional Care)
अगर आप किसी प्रोफेशन से जुड़ी हैं तो उसमें आगे बढ़ने के लिए लगातार कोशिश करती रहें। अपने एरिया की लेटेस्ट जानकारी और तकनीक से खुद को अपडेट रखें। व्हाट्सएप या फेसबुक पर केवल स्क्रॉल ना करें। अच्छे पॉडकास्ट सुनें। नई-नई किताबें पढ़ें। नई तकनीक को जानने के लिए हमेशा उत्सुक रहें। इससे आप अपने प्रोफेशन में अपडेट रहेंगी, प्रोग्रेस करती रहेंगी।

फाइनेंशियल केयर (Financial Care)
फाइनेंशियल केयर का मतलब है कि आप फाइनेंशियली इंडिपेंडेंट बनें। इससे आप अपनी छोटी-छोटी जरूरतों के लिए दूसरों पर डिपेंडेंट नहीं रहेंगी। इसके लिए आप अपनी स्किल और टैलेंट के हिसाब से कुछ भी कर सकती हैं। अगर आप अच्छा खाना बनाती हैं तो टिफिन सर्विस शुरू कर सकती हैं। घर पर बच्चों को ट्यूशन पढ़ा सकती हैं। कोई भी ऐसा काम जरूर करें, जिससे फाइनेंशियली इंडिपेंडेंट रहें। इससे आप में कॉन्फिडेंस बढ़ेगा, आपकी पर्सनालिटी और निखरेगी।

एनवायर्नमेंटल केयर (Environmental Care)
अपने आस-पड़ोस, अपने आस-पास की जगह, अपने रूम, अपने वर्कप्लेस यानी अपने इर्द-गिर्द के वातावरण की केयर करना भी सेल्फ केयर में ही शामिल होता है। जब आपके आस-पास का माहौल साफ-सुथरा, व्यवस्थित रहेगा तो खुद आपको अच्छा लगेगा, काम करने में मन लगेगा। इससे आपके भीतर और आपके आस-पास सकारात्मकता का संचार होगा।

कहने का सार यही है कि इन तमाम पहलुओं का ध्यान रखते हुए, जब आप सेल्फ केयर करने लगेंगी तो आपकी लाइफ पूरी तरह बदल जाएगी। आप हमेशा अपने आपको हेल्दी, हैप्पी और एनर्जेटिक फील करेंगी।

5379487