Work Stress: आज महानगरों में ही नहीं, छोटे शहरों में भी वर्किंग कपल्स की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। कपल्स में मेल अपने करियर को लेकर जितने सीरियस होते हैं, वूमेन भी उतनी ही सीरियस होती हैं। यानी दोनों ही अपने करियर में तरक्की के ख्वाहिशमंद हैं। इसके लिए दोनों अपने-अपने प्रोफेशन में बहुत मेहनत करते हैं। ऑफिस में काफी समय भी देना पड़ता है। साथ ही वर्क प्लेस का माहौल भी काफी कॉम्पिटिटिव होता है। इससे वे ज्यादा काम के कारण तनाव के शिकार हो जाते हैं।
इस तरह का वर्क स्ट्रेस जहां कपल्स की मेंटल हेल्थ पर असर डालता है, वहीं इसका रिश्ते पर भी बुरा असर पड़ता है। इस तरह का वर्क स्ट्रेस, शादी-शुदा जिंदगी में और भी कई तरह की प्रॉब्लम्स को जन्म देता है। ये प्रॉब्लम्स क्या हो सकती हैं? इनको कपल्स साथ मिलकर कैसे दूर करें, जिससे वे अपना दांपत्य जीवन बिना तनाव से जिएं, इस बात को हर वर्किंग कपल को समझना चाहिए।
एक-दूसरे के साथ नहीं बिता पाते समय
आज जिस तरह के वर्क कल्चर का हम हिस्सा हैं, उसमें कॉम्पिटिशन काफी बढ़ चुका है। इसलिए हर किसी को करियर में सफल होने के लिए बहुत एफर्ट करने पड़ते हैं। तब जाकर मनचाहा सैलरी पैकेज मिल पाता है, आगे कड़ी मेहनत करके प्रमोशन मिलता है। लेकिन वर्क प्लेस पर सिर्फ अच्छा पैकेज और प्रमोशन ही लोगों के हिस्से नहीं आता, वर्क स्ट्रेस भी उनकी जिंदगी का हिस्सा बन जाता है।
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ऑफिस में मिले इस तनाव के कारण लोग खुद को मेंटली-फिजीकली काफी थका महसूस करने लगते हैं। ऐसे में घर आकर वे पार्टनर के साथ बातचीत के इच्छुक नहीं रहते हैं। बहुत से वर्किंग कपल्स लैपटॉप खोलकर ऑफिस के काम निपटाने में लग जाते हैं या फिर डिनर के बाद सोशल मीडिया पर एक्टिव हो जाते हैं। वे ऑफिस में मिले तनाव को दूर करने के लिए सोशल मीडिया पर रील्स देखते हैं या दोस्तों से चैट करते हैं।
कई बार तो किसी अनजान शख्स से भी ऑनलाइन जुड़ जाते हैं, उससे इमोशनल सपोर्ट की उम्मीद करते हैं। लेकिन अपने लाइफ पार्टनर के साथ बातचीत करना वे अवॉयड करते हैं। दरअसल, इसके पीछे एक ही कारण होता है, पार्टनर से बातचीत करेंगे तो किसी ना किसी फैमिली प्रॉब्लम पर चर्चा होगी, जो उनके तनाव को और बढ़ा देगी। इसलिए वे इस घरेलू तनाव से बचने की कोशिश करते हैं। जब ऐसी स्थिति लगातार बनी रहती है तो रिश्ते में प्रॉब्लस बढ़नी शुरू हो जाती हैं।
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प्यार हो जाता है कम-बढ़ती है दूरी
जब वर्किंग कपल्स एक-दूसरे को समय नहीं देते हैं, एक-दूसरे से मन की बातें-समस्याएं साझा नहीं करते हैं, तो उनके रिश्ते में दूरियां बनने लगती हैं। दोनों साथ होकर भी, साथ नहीं होते हैं। उनके बीच जो प्यार था, वह भी कम होने लगता है। फिजीकल इंटीमेसी भी उनके बीच कम होने लगती है, जबकि किसी भी रिश्ते में इमोशनल कनेक्शन के साथ फिजीकल इंटीमेसी का होना भी जरूरी है। लेकिन वर्क स्ट्रेस के कारण वर्किंग कपल्स की मैरीड लाइफ बेरंग होने लगती है। वे वर्क स्ट्रेस से इतना परेशान होते हैं कि अपनी शादी-शुदा जिंदगी को बेहतर बनाने की कोशिश ही नहीं करते हैं। एक समय के बाद तो उन्हें लगने लगता है कि उनका पार्टनर, उनकी कद्र ही नहीं करता है तो फिर वह भी क्यों अपने पार्टनर की परवाह करें? इसी वजह से उनके रिश्ते में दूरी बढ़ती हैं, प्यार भी कम होने लगता है।
बढ़ जाती है आपसी कलह
वर्क स्ट्रेस की वजह से कपल्स पहले ही एक-दूसरे को बहुत कम समय देते हैं, उनके बीच दूरियां पहले ही बढ़ चुकी होती हैं। साथ ही वे काम के तनाव के कारण बहुत चिड़चिड़े हो जाते हैं। यह चिड़चिड़ापन रिश्ते में तनाव और कलह की वजह बनता है। दरअसल, जब कोई व्यक्ति पहले से चिड़चिड़ा हो तो वह किसी भी बात का जवाब सही तरीके से नहीं देगा। वह कोई ना कोई ऐसी बात बोल देगा, जो सामने वाले को बुरी लग सकती है। वर्किंग कपल्स के साथ भी ऐसा ही होता है। उनके बीच घर को लेकर, बच्चों को लेकर और जरूरी जिम्मेदारियों, कामों को लेकर झगड़े होते हैं। कई बार तो छोटी-छोटी बातों पर कलह अधिक बढ़ जाती है, जिससे रिश्ता टूटने की स्थिति तक पहुंच जाता है।
समाधान के लिए ये बातें अमल में लाएं
ऐसा नहीं है कि वर्क स्ट्रेस की वजह से खराब हो रहे अपने रिश्ते को कपल्स संभाल नहीं सकते हैं। वे अपने रिश्ते को सहजता से मधुर बना सकते हैं। बस इसके लिए दोनों को मिलकर कोशिश करनी होगी, इसके लिए कुछ जरूरी बातों को अमल में लाना होगा।
एक-दूसरे को करें सपोर्ट: सबसे पहले तो कपल्स को इस बात को समझना होगा कि वे दोनों ही परिवार के लिए काम कर रहे हैं, कमा रहे हैं। इसलिए वर्किंग कपल्स एक-दूसरे को पूरा सपोर्ट दें। दोनों को अपने वर्क स्ट्रेस के बारे में, एक-दूसरे से बात करनी चाहिए। क्योंकि बात करने से ही हर समस्या का समाधान निकलता है। इस तरह बात करके ही वर्किंग कपल्स भी अपने वर्क स्ट्रेस को मिलकर दूर कर पाएंगे। जब आपसी कोशिशों से वर्क स्ट्रेस कम होगा, तो पति-पत्नी एक साथ सुकून भरा वक्त भी बिता पाएंगे।
सही ढंग से सेट करें अपना करियर गोल: कई बार कपल्स को वर्क स्ट्रेस इसलिए भी होता है कि वह अपने लिए बहुत बड़े करियर गोल्स या लक्ष्य सेट कर लेते हैं। अगर वे उन गोल्स को अचीव नहीं कर पाते हैं तो तनाव का शिकार हो जाते हैं। ऐसी स्थिति ना बने, इसके लिए कपल्स को तय कर लेना चाहिए कि वे ऐसे करियर गोल्स सेट करें, जिन्हें बिना अधिक तनाव लिए हासिल किया जा सके।
कपल्स साझा करें अपनी प्रॉब्लम्स: वर्किंग कपल्स को अपने कम्युनिकेशन पर भी ध्यान देना चाहिए। कभी भी अपने पार्टनर को ताना देकर बात नहीं करनी चाहिए। ना ही अपने बीच की समस्याओं को पैरेंट्स या फ्रेंड्स के साथ शेयर करना चाहिए। अपने बीच की प्रॉब्लम को बैठकर, आपसी बातचीत से हल करना चाहिए।
योगा-मेडिटेशन करें: वर्क स्ट्रेस की प्रॉब्लम अगर अधिक बढ़ गई है, इसका असर रिश्ते पर हो रहा है तो योगा-मेडिटेशन का सहारा लें। इससे तनाव कम होगा, मन शांत रहने लगेगा। एकाग्रता भी बढ़ेगी। ऐसा होने पर ही वर्किंग कपल्स अपने रिश्ते पर ध्यान दे सकेंगे।
एक्सपर्ट की लें सलाह: अगर कपल्स की तमाम कोशिशों के बाद भी वर्क स्ट्रेस रिश्ते पर हावी हो रहा है, तो ऐसे में कपल्स को एक्सपर्ट की सलाह लेनी चाहिए। वह आपको सही तरह से गाइड करेगा, जिससे आपका रिश्ता बेहतर हो पाएगा।
(क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट एंड मैरिज काउंसलर दीपाली बत्रा से बातचीत पर आधारित)