Pet Dogs Love: दुनिया में कुत्ता इंसान का सबसे वफादार साथी है। आजकल शहरों में पेट डॉग्स को घर में साथ रखने का चलन तेजी से बढ़ रहा है। इंसानी जिंदगी में धीरे-धीरे यही पेट्स कुछ इस तरह समा जाते हैं कि उनके साथ छोड़ने के गम से उबरना मुश्किल हो जाता है। हरियाणा में पालतू कुत्ते की मौत से दुखी होकर 12 साल की लड़की ने मौत को गले लगा लिया। परिवार ने पुलिस को बताया कि 5 दिन पहले पेट डॉग की मौत हो गई थी, तब से बेटी तनाव में थी और गुमसुम हो गई थी। उसने ठीक से खाना-पीना तक छोड़ दिया था। ऐसा ही एक मामला 10 साल पहले बंगाल में सामने आया था।  

लड़की 3 महीने पहले पेट डॉग को लाई थी घर 
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लड़की ने शनिवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। तब उसकी मां और बड़ी बहन जरूरी सामान खरीदने के लिए बाजार गई थी। लौटने पर उन्होंने बेटी को फंदे पर लटका पाया। लड़की ने कुत्ते को तीन माह से एक साथी की तरह पाला और वह उसका पूरा ध्यान रखती थी। दोनों के बीच गहरा प्रेम और लगाव हो गया था।  

माता-पिता ने लड़की को समझाने की कोशिश की
पुलिस ने कहा है कि सुसाइड करने वाली लड़की की उम्र 12 साल है। शुरुआती जांच में उसके फांसी लगाने की बात सामने आई है। कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, लेकिन परिवार की मानें तो वह पालतू कुत्ते की मौत से बेहद तनाव में थी। माता-पिता ने उसे समझाने की काफी कोशिश की, लेकिन कक्षा 6 की छात्रा पेट डॉग को खोने का दुःख सहन नहीं कर पाई। उसने सुसाइड जैसा आत्मघाती कदम उठा लिया।

कुत्तों और बहन के कंकाल के साथ 6 माह से घर में कैद था भाई
कोलकाता के पॉश इलाके रॉबिनसन स्ट्रीट स्थित अपार्टमेंट के एक फ्लैट से दो इंसान और दो कुत्तों के कंकाल मिलने पर सनसनी फैल गई थी। पुलिस ने जांच की तो फ्लैट में मिले कंकालों का रहस्य खुला। इस फ्लैट में टीसीएस की नौकरी छोड़ने वाला पार्थो अपनी ब़़डी बहन और दो पालतू कुत्तों के कंकाल के साथ 6 माह से रह रहा था। उसने पुलिस को बताया कि दोनों कुत्तों की मौत अगस्त 2014 में हो गई थी, इसके बाद बहन देवयानी दुखी रहने लगी और उसने कुत्तों के कंकाल को घर में ही संभालकर रख लिया। देवयानी ने अवसाद में आकर खाना-पीना छोड़ दिया और कमजोरी के कारण दिसंबर 2014 में उसकी भी मौत हो गई।

कंकालों को सूखे मेवे खिलाता था भाई, पुलिस रह गई हैरान 
पुलिस की मानें तो पार्थो यह मानने के लिए तैयार नहीं था कि उसकी बहन मर चुकी है। इसलिए उसने अंतिम संस्कार नहीं किया। देवयानी और कुत्तों के कंकालों के पास भारी मात्रा में सूखे मेवे मिले थे, पार्थो ने बताया कि वह अपनी बहन और पेट्स को यह सामान खिलाता था।